शिक्षक सहित परिवार के चार सदस्यों की हत्या का आरोपी चंदन वर्मा जिला जेल स्थानांतरित, मुठभेड़ में आरोपी को पुलिस ने किया था अरेस्ट
punjabkesari.in Sunday, Oct 06, 2024 - 05:18 PM (IST)
रायबरेली: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में दलित समुदाय के स्कूल शिक्षक, उनकी पत्नी और उनकी दो बेटियों की हत्या के आरोपी चंदन वर्मा को यहां जिला जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के सदस्य लव कुश कुमार ने मृतकों के गांव का दौरा किया और पुलिस को क्लीन चिट देते हुए कहा कि उनकी ओर से कोई लापरवाही नहीं की गई है। वर्मा (35) को शनिवार को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। मुठभेड़ में घायल होने के बाद वर्मा को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे शनिवार शाम को जिला जेल में स्थानांतरित कर दिया गया।
मृतक ने आरोपी के खिलाफ दर्ज कराया था छेड़छाड़ का मुकदमा
वर्मा को शनिवार शाम को अदालत में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया। जेल अधीक्षक अमन कुमार ने पुष्टि की कि वर्मा शनिवार रात करीब आठ बजे जेल पहुंचा। वर्मा पर अमेठी स्थित एक सरकारी स्कूल के शिक्षक सुनील (35), उसकी 32 वर्षीय पत्नी पूनम और उनकी दो बेटियों की गत तीन अक्टूबर को अमेठी के अहोरवा भवानी इलाके में गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला कि पूनम ने 18 अगस्त को रायबरेली में आरोपी के खिलाफ छेड़छाड़ और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने यह भी उल्लेख किया था कि "अगर उसे या उसके परिवार को कुछ भी होता है", तो इसके लिए वर्मा को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
पूनम के साथ प्रेम संबंध की बात आरोपी ने कबूली
रायबरेली निवासी वर्मा ने पुलिस को बताया कि वह बृहस्पतिवार को पीड़ितों के घर पहुंचा, वहां किसी बात पर भड़क गया और परिवार के सदस्यों को गोली मार दी। अधिकारियों के मुताबिक, उसने चारों की हत्या करने की बात कबूल की। उसने कहा कि पिछले 18 महीनों से उसका पूनम के साथ प्रेम संबंध था। उसने कहा कि रिश्ते में खटास आने के कुछ समय बाद वह तनाव में आ गया जिस वजह से उसने परिवार की हत्या कर दी।
खुद को मारकर सुसाइड करने की थी कोशिश
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने यह भी कहा कि उसने खुद को मारने की कोशिश की थी, लेकिन पिस्तौल से गोली नहीं चली। इस बीच, यहां पहुंचे एनसीएससी के सदस्य लव कुश कुमार ने जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह से घटना की जानकारी ली। बैठक के बाद कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है तथा किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही नहीं बरती गई है।
सीएम योगी ने पीड़ित परिवार को न्याय का दिया है भरोसा
कुमार बाद में सुदामापुर गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मिले। उन्होंने कहा, “दोषी को जेल भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री ने आवास योजना, अंत्योदय का लाभ देने की भी घोषणा की है। जल्द ही लाभ मिलने लगेगा। पुलिस प्रशासन को पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा गया है। उनके साथ कोई अप्रिय घटना नहीं होनी चाहिए।