चंद्रशेखर बोले- अखिलेश ने मेरा अपमान किया, अखिलेश भी BJP की राह पर... उन्हें दलितों की जरूरत नहीं

punjabkesari.in Saturday, Jan 15, 2022 - 11:33 AM (IST)

लखनऊ: आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच गठबंधन की चर्चा तेज थी, लेकिन इस पर विराम लग गया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चंद्रशेखर ने कहा कि एक महीने 10 दिन से मेरी लगातार अखिलेश से बात हो रही है। अखिलेश तय कर चुके हैं वे दलितों से गठबंधन नहीं करेंगे। अखिलेश ने मुझे अपमानित किया है। मुझे लगता है कि वे दलितों की लीडरशिप खड़े नहीं होने देना चाहते। मैंने अखिलेश पर जिम्मेदारी छोड़ी थी कि वे गठबंधन में शामिल करें या नहीं, लेकिन उन्होंने आज तक जवाब नहीं दिया।

'बीजेपी दलितों के यहां खाना खाकर खेल कर रही, अखिलेश भी उसी राह पर'
उन्होंने कहा कि वो प्रमोशन में आरक्षण के मुद्दे पर साथ नहीं आ रहे थे। जिस तरह से बीजेपी दलितों के यहां खाना खाकर खेल कर रही हैं। वैसे ही अखिलेश यादव कर रहे हैं। हम चाहते थे कि अखिलेश यादव हमारे मुद्दे रखें लेकिन वह इससे बच रहे थे। इसलिए हमने तय किया है कि हम गठबंधन में नहीं जा रहे हैं। मुलायम सिंह यादव को कांशीराम ने सीएम बनाया लेकिन उन्होंने धोखा दिया। हम नहीं चाहते थे कि इस बार भी दलित समाज के साथ ऐसा हो। बीजेपी को रोकने के लिए मैंने अपना स्वाभिमान दांव पर लगा दिया।

यूपी में भाजपा को हराना हमारा लक्ष्य है-चंद्रशेखर 
चंद्रशेखर ने कहा कि यूपी में भाजपा को हराना हमारा लक्ष्य है, हम भाजपा को सत्ता में नही आने देंगे। अखिलेश को दलितों की जरुरत नहीं है। हमने तय किया है कि अभी सपा से गठबंधन नहीं करेंगे। बीजेपी के खिलाफ हमने लाठियां खाई हैं। हम अपने दम पर लड़ेंगे। पहली कोशिश यही रहेगी कि जो विपक्ष बिखरा है, उसे एक किया जाए। अगर सरकार बीजेपी की आती है तो दलितों और पिछड़ों को 5 साल झेलना पड़ेगा।

अखिलेश को दलितों की जरुरत नहीं है- चंद्रशेखर 
उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा को हराना हमारा लक्ष्य है, हम भाजपा को सत्ता में नही आने देंगे। अखिलेश को दलितों की जरुरत नही है। हमने तय किया है कि अभी सपा से गठबंधन नही करेंगे। बीजेपी के खिलाफ हमने लाठियां खाई है। दलितों के लिए 25 प्रतिशत आरक्षण की मांग हमने की है। विपक्षी पार्टियां दलितों के मुद्दे पर बात नहीं कर रही है। दलित अपनी लड़ाई खुद लड़ेंगे। हम अपने दम पर लड़ेंगे। पहली कोशिश यही रहेगी कि जो विपक्ष बिखरा है उसे एक किया जाए। अगर सरकार बीजेपी की आती है तो दलितों और पिछड़ों को 5 साल झेलना पड़ेगा। चंद्रशेखर ने कहा कि सामाजिक न्याय का मतलब नहीं समझते अखिलेश। पिछले 5 साल में समाजवादी पार्टी ने दलित की हत्या और उनके शोषण पर आवाज नहीं उठाई।
 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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