छांगुर बाबा की खुली पोल! नसरीन बोली– ‘मैं थी पिंजरे की चिड़िया’; दावा—579 जिलों में फैला था 2000 गुर्गों का नेटवर्क
punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 10:47 AM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिल में छांगुर बाबा जो धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहा था, उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश एटीएस की जांच में बड़े और चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। अब पता चला है कि छांगुर बाबा का नेटवर्क सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं था, बल्कि दुबई और नेपाल तक फैला हुआ था।
दुबई से मौलाना बुलाकर देता था धर्मांतरण की ट्रेनिंग
एटीएस की जांच में सामने आया है कि छांगुर बाबा दुबई से मौलानाओं को भारत बुलाता था, जो उसके गुर्गों को यह सिखाते थे कि कैसे लोगों को धर्म बदलने के लिए तैयार किया जाए। इस काम में नेपाल की 'दावते इस्लामी' नामक संस्था की टीम भी शामिल होती थी। ये लोग 'शिजर-ए-तैय्यबा' नाम की एक धार्मिक किताब का इस्तेमाल करते थे, जिसके जरिए लोगों को बहला-फुसलाकर उनका धर्म परिवर्तन करवाया जाता था।
नसरीन ने खोले राज: बाबा का दायां हाथ थी ये महिला
छांगुर बाबा की सबसे करीबी सहयोगी नसरीन (उर्फ नीतू) ने एटीएस की पूछताछ में यह सब राज खोले। नसरीन बाबा के पूरे नेटवर्क में दूसरे नंबर की सबसे ताकतवर शख्सियत थी। उसने बताया कि बाबा का नेटवर्क देशभर में फैला हुआ था और वो अपने बेटे की गिरफ्तारी के बाद विदेश भागने की फिराक में था। नसरीन को शक हुआ कि बाबा उसे छोड़कर अकेला भाग सकता है। इसलिए उसने 81 दिन तक बाबा के साथ एक होटल में डेरा डाले रखा, ताकि वह उसे छोड़कर भाग ना सके। बाद में एटीएस ने दोनों को एक साथ गिरफ्तार कर लिया।
4 साल में 19 बार विदेश गया था छांगुर बाबा
जांच में यह भी सामने आया है कि छांगुर बाबा और नसरीन ने 2016 से 2020 के बीच कुल 19 बार विदेश यात्रा की थी। नसरीन ने बताया कि बाबा का सपना था कि वो दुनिया का सबसे अमीर आदमी बने। इसके लिए वह अपने पूरे संगठन की आर्थिक जिम्मेदारी नसरीन से छीनकर अपने एक और साथी महबूब को देना चाहता था, जिससे नसरीन नाराज हो गई और फिर उसने सारा सच उजागर कर दिया।
2000 गुर्गों की टीम, 579 जिलों में फैलाने वाला था अभियान
एटीएस की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि छांगुर बाबा का नेटवर्क 579 हिंदू बहुल जिलों तक फैलाने की योजना बनाई गई थी। उसके पास करीब 2000 प्रशिक्षित गुर्गों की टीम थी, जिनमें ज्यादातर मुस्लिम युवक थे जो हिंदू बनकर लड़कियों को फंसाते थे और फिर उनका धर्म परिवर्तन करवाते थे।