Chitrakoot News: दीपावली पर 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी में लगाई आस्था की डुबकी
punjabkesari.in Friday, Nov 01, 2024 - 02:19 PM (IST)
चित्रकूट: उत्तर प्रदेश के पौराणिक एवं ऐतिहासिक तीर्थ स्थल चित्रकूट में आज दीपावली के पावन पर्व पर 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाकर कामदगिरि की परिक्रमा लगाई और दीपदान एवं अन्न दान किया। प्रशासन की तरफ से चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। पूरे चित्रकूट को दुल्हन की तरह सजाया गया है और आने जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए व्यापक व्यवस्था का इंतजाम विभिन्न विभागों द्वारा किया गया था।
मंदाकिनी नदी में स्नान करके दीपदान करते हैं लोग
कामदगिरि मुख्य द्वार के महंत ने बताया कि आज का दिन बहुत ही पवित्र दिन है आज के दिन प्रभु श्री राम ने लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद सबसे पहले चित्रकूट के घाट में मां मंदाकिनी नदी एवं कामदगिरि में दीपदान किया था और इसके बाद अपनी पूरी सेना के साथ अयोध्या के लिए रवाना हुए थे। तभी से यह मान्यता है कि आज के दिन प्रभु श्री राम मां सीता एवं भाई लक्ष्मण के साथ यहां पर मंदाकिनी नदी एवं कामदगिरि में दीपदान करने आते हैं और यह अनादि परंपरा आज भी उसी हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जाती है। परंपरा के अनुसार, लोग यहां पर मंदाकिनी नदी में स्नान करके दीपदान करते हैं और इसके बाद कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा लगाकर वहां भी दीपदान करते हैं। बताया कि आज के दिन मंदाकिनी नदी में स्नान करके दीपदान करने और कामदगिरि की परिक्रमा लगाने से मनवांछित फल की प्राप्त होती है और पुराने समस्त पापों का समन होता है मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
दूसरे राज्यों से भी आएं थे श्रद्धालु
इस बार श्रद्धालुओं की संख्या आशा के अनुसार थोड़ी कम रही क्योंकि तमाम सारे श्रद्धालुओं ने दीपावली को 1 नवंबर में भी मनाने का निर्णय लिया है, जिसके चलते श्रद्धालुओं की संख्या अलग-अलग बट गई है। महंत के अनुसार श्रद्धालुओं की संख्या आज भी काफी ज्यादा रहने की उम्मीद है। श्रद्धालु आज भी मंदाकिनी नदी में स्नान करके कामदगिरि की परिक्रमा लगाएंगे और दीपदान करेंगे। आज भोर होते ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा रामघाट में इस कदर लग गया था कि भीड़ संभालना कठिन होता जा रहा था। प्रशासन के लोग पुलिस एवं अन्य कर्मियों ने बहुत अच्छे ढंग से पूरे मेले को अच्छी व्यवस्था करने का कार्य किया। श्रद्धालुओं की भीड़ उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश बिहार झारखंड गुजरात राजस्थान से भी पर्याप्त लोग आए थे।