पाकिस्तानी युवक के प्यार में दिल्ली भागी 10वीं की छात्रा, ट्रेन में पकड़ी गई; 2 महिलाओं से पैमेंट और चैट का सनसनीखेज खुलासा
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 03:27 PM (IST)

Prayagraj News: बिहार के नवादा जिले की 10वीं कक्षा की एक छात्रा ने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के एक 11वीं के छात्र से दोस्ती कर ली। यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई, लेकिन इस मासूम रिश्ते ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। लड़की ने घर से बिना बताए ट्रेन पकड़कर पाकिस्तान वाले दोस्त से मिलने की कोशिश की, लेकिन प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
दोस्ती कैसे हुई?
मिली जानकारी के मुताबिक, 6 महीने पहले इस छात्रा की इंस्टाग्राम पर पाकिस्तान के छात्र से बातचीत शुरू हुई। दोनों ने रोजाना घंटों बात की, व्हाट्सऐप पर चैट की और वॉइस कॉल्स की। दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। पर जब लड़की की मां ने फोन और पढ़ाई को लेकर डांटा, तो गुस्से में लड़की घर छोड़कर निकल पड़ी।
प्रयागराज में हुई गिरफ्तारी
परिवार ने बेटी की तलाश की लेकिन वह नहीं मिली। पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज कर मोबाइल लोकेशन ट्रैक की। कुछ घंटों बाद प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने ट्रेन से यात्रा करती लड़की को पकड़ लिया। उसे चाइल्डलाइन के हवाले कर दिया गया।
फोन में खुला बड़ा राज
छात्रा के फोन की जांच में पता चला कि वह सिर्फ पाकिस्तान के छात्र से ही नहीं, बल्कि पंजाब की एक महिला और दिल्ली की एक युवती से भी लगातार चैट कर रही थी। चैटिंग में ये भी मिला कि पंजाब की महिला ने लड़की को पेटीएम से पैसे भेजे थे, जिनसे उसने ट्रेन का टिकट खरीदा था।
खुफिया एजेंसियों ने भी शुरू की जांच
यह मामला सामान्य नहीं लग रहा था, इसलिए पुलिस ने इसे खुफिया एजेंसियों को सौंप दिया। एजेंसियां जांच कर रही हैं कि क्या यह मामला किसी बड़े गिरोह या साजिश से जुड़ा है या सिर्फ नाबालिग की मासूम गलती है।
लड़की ने क्या बताया?
चाइल्डलाइन में पूछताछ के दौरान लड़की ने माना कि मां के डांटने पर वह गुस्से में घर छोड़ आई। लेकिन मोबाइल की चैटिंग ने साबित किया कि वह कई महीनों से पाकिस्तान के छात्र से जुड़ी थी। दोनों ने पढ़ाई, परिवार और भविष्य की बातें भी शेयर कीं।
परिवार में मचा हड़कंप
परिवार इस पूरे मामले से बहुत परेशान है। मां कहती हैं कि उन्हें नहीं पता था कि सोशल मीडिया पर दोस्ती इतनी बड़ी समस्या बन जाएगी। बिहार पुलिस ने परिवार को प्रयागराज बुला लिया है और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के आदेश पर लड़की को परिवार के हवाले किया जाएगा।
सोशल मीडिया का खतरा
पुलिस अधिकारी कहते हैं कि यह मामला सोशल मीडिया के खतरों को दिखाता है। आज के बच्चे मोबाइल और इंटरनेट पर बहुत निर्भर हो गए हैं और ऑनलाइन दोस्ती और असल जिंदगी में फर्क समझना मुश्किल हो गया है। इस वजह से एक नाबालिग लड़की की जिंदगी खतरे में पड़ गई।
आगे की जांच
अब एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस मामले में शामिल अन्य लोग क्या मकसद रखते थे। क्या यह सिर्फ एक दोस्ती थी या किसी साजिश का हिस्सा? तीन अलग-अलग कनेक्शन होने से शक और बढ़ गया है।