योगी की कैबिनेट बैठक से गायब रहे दोनों डिप्टी CM, जानिए क्या रही वजह
punjabkesari.in Saturday, Jun 08, 2024 - 03:27 PM (IST)
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज शनिवार को लोकभवन में अपने मंत्रियों के साथ बैठक की। ये बैठक चुनाव परिणामों पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को छोड़क बाकी सारे मंत्री इस बैठक में शामिल हुए। वहीं, अब दोनों उपमुख्यमंत्री के बैठक में न शामिल होना चर्चा का विषय बना हुआ है। अब सवाल ये है कि क्या दोनों की बैठक में गैरमौजूदगी पहले से तय थी या फिर कोई और वजह है। इसके पीछे क्या वजह है ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद सीएम योगी ने लखनऊ के लोकभवन में अपने मंत्रियों के साथ पहली बैठक की। इस दौरान उन्होंने मंत्रियों और अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनसुनवाई में किसी भी प्रकार की कोताही न बरतें। उन्होंने जनसुनवाई के मुद्दे को प्राथमिकता दे और उसे जल्द से जल्द हल करें। हालांकि इस बैठक में डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक दिल्ली में रुके होने की वजह से नहीं शामिल पाए। दोनों डिप्टी सीएम का बैठक में शामिल न होना अब चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस बैठक में सीएम योगी ने सभी विभागों के मंत्रियों को जनता के प्रति जवाबदेही बढ़ाने के निर्देश दिए और बिजली कटौती में सुधार लाने के लिए ऊर्जा मंत्री के निर्देश दिए। इसके साथ ही जिन विभागों में भ्रष्टाचार की शिकायत ज्यादा आ रही हैं, उन शिकायतों के निस्तारण के भी निर्देश दिए। जनता के प्रति जवाबदेही बढ़ाने के निर्देश दिए और बेस्ट परफॉर्मेंस के लिए क्या काम करने हैं इसपर भी मुख्यमंत्री ने चर्चा की। वहीं, मंत्री एके शर्मा ने पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाये जाने की बधाई दी। उन्होंने कहा- यह देशवासियों को सौभाग्य है। लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के सवाल पर एके शर्मा बिना कुछ बोले आगे बढ़ गए।""संजय निषाद बोले- चूक कहां हुई, विचार करेंगे",""संजय निषाद बोले- पीएम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बन रहे हैं। इससे देश में खुशी है। लोकसभा में खराब प्रदर्शन पर कहां- कहां गलतियां हुईं, इस पर बैठकर चर्चा होगी। सुधार किया जाएगा।
गौरतलब है कि आचार संहिता की वजह से 3 महीने से सरकार के काम रुके पड़े थे। उस काम को सीएम ने जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश दिए हैं। सुरेश खन्ना ने बताया कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने और गुड गवर्नेंस पर चर्चा हुई। सभी मंत्रियों को उनकी जिम्मेदारी का निर्वाह करने, प्रभार जनपदों और क्षेत्र पर ध्यान देने को कहा गया। विभाग में बेस्ट परफॉर्मेंस के निर्देश दिए गए। "