Bareilly: भंडारे में खाना खाने गए दलितों को पहले अलग बैठने को कहा, फिर भगाया… 3 पर FIR

punjabkesari.in Monday, Jan 30, 2023 - 11:01 PM (IST)

बरेली: भले ही हम 21वीं सदी में चांद पर पहुंच गए हैं लेकिन आज भी कहीं ना कहीं जातिवाद हम पर हावी है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बरेली से सामने आया है। जहां आंवला तहसील के राजपुर कलां गांव में श्रीमद्भागवत पाठ के समापन पर हुए सार्वजनिक भंडारे में प्रसाद खाने पहुंचे अनुसूचित जाति के लोगों को आयोजकों ने कथित रूप से भगा दिया। रविवार की देर रात पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
PunjabKesari
बरेली के देहात पुलिस अधीक्षक राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में रविवार देर रात मामला दर्ज किया कर लिया गया है और इसकी विवेचना पुलिस क्षेत्राधिकारी दीप शिखा को दी गयी है। पुलिस ने बताया कि मामला 26 जनवरी का बताया जा रहा है। इस दिन गांव में काली मंदिर परिसर पर श्रीमद्भागवत पाठ के अंतिम दिन भंडारा हुआ था और इसमें सभी जाति वर्ग के ग्रामीणों ने चंदा देकर सहयोग किया था। उन्होंने बताया कि इसलिए अनुसूचित जाति के लोग भी भंडारे में पहुंचे, लेकिन उन्हें अलग बैठने को कहा गया, जिसे लेकर विवाद पैदा हो गया।
PunjabKesari
उन्होंने बताया कि आरोप है कि उन्हें वहां से भगा दिया गया। जानकारी मिलने पर रविवार को भीम आर्मी के बरेली मंडल के पूर्व संभाग प्रभारी अजय प्रधान पदाधिकारियों संग गांव पहुंचे। पदाधिकारियों ने पुलिस को चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन होगा, इस पर पुलिस ने रविवार देर रात तीन सगे भाई सुंदरलाल, रोशन मौर्य तथा नन्हे मौर्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। अग्रवाल ने बताया कि स्थानीय पुलिस के अनुसार पहले दिन तहरीर मिलने पर दूसरे पक्ष को बुलाकर जांच कराई गई थी, तब आरोपी पक्ष ने बताया था कि उन्होंने इन लोगों को सम्मान के साथ अलग बैठाया था, भगाया नहीं था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Mamta Yadav

Related News

Recommended News

static