दिल्ली के मंत्री बोले- UP में घोर जंगलराज... CM योगी आदित्यनाथ दें इस्तीफा

punjabkesari.in Saturday, Feb 20, 2021 - 04:59 PM (IST)

लखनऊ: दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र कुमार गौतम ने शनिवार को आप के प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि भाजपा सरकार जनता का भरोसा खो चुकी है। अच्छा है कि अभी योगी आदित्यनाथ नैतिक जिम्मेदारी मानते हुए इस्तीफा दे दें। वरना 2022 में जनता उन्हें खुद हटा देगी।

राजेंद्र कुमार गौतम ने दावा किया कि अबकी बार प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है। पुलिस की ओर से उन्नाव घटना के राजफाश पर सवाल उठाते हुए कहा कि हाथरस की तरह उन्नाव की बेटियों का भी चरित्र हनन कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी नाकामयाबी पर पर्दा डाल रहे हैं। योगी सरकार के इशारे पर पुलिस फर्जी कहानी बनाकर पीड़िता को ही दोषी बनाने का काम कर रही है। राजेंद्र गौतम ने शुक्रवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात का जिक्र करते हुए बताया कि पीड़ित परिवार काफी डरा हुआ था। वो खुल के बात भी नहीं कर पा रहा था।

उन्होंने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो गई है। यहां जंगलराज स्थापित हो गया है। एक के बाद एक महिलाओं का उत्पीड़न और बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। यहां ना अनुसूचित जाति-जनजाति के लोग सुरक्षित हैं न पिछड़े और अल्पसंख्यक। ब्राह्मणों की भी हत्या हो रही हैं।यहां थाने में घुसकर गुंडे पुलिसवालों को पीट रहे हैं। यूपी में घोर जंगलराज चल रहा है। इन घटनाओं की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्नाव की घटना पर पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और इसकी सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करा कर पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिया जाना चाहिए। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनके स्वजन पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में घटना की उच्चस्तरीय जांच बहुत जरूरी है।

दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र कुमार गौतम ने बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी 70 साल का हवाला देकर पिछली सरकारों कोसते रहे, अब सरकार में है तो पिछली सरकारों में वजूद में आई नवरत्न कंपनियों को बेचने में लगे हैं। पूंजीपति मित्रों की तिजोरी भरने के लिए रेल, बंदरगाह, एयरपोर्ट सब बेचे जा रहे हैं। इनकी सरकार के आने के बाद 2014 में जब क्रूड आयल के दाम $108 प्रति बैरल थे तो यहां पेट्रोल की कीमत 72 प्रति लीटर थी। आज कच्चा तेल तब के मुकाबले आधी कीमत पर मिल रहा है, मगर पेट्रोल की कीमत 100 के पार पहुंच गई है। सरकार महंगाई जैसे जरूरी मुद्दे पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है, वह तो बस एक के बाद एक भारत सरकार की कंपनी बेचने में लगी है। डिफेंस में एफडीआई की लिमिट 48 बढ़ाकर 76 प्रतिशत कर दी गई है। मोदी बस देश को बेचने का काम कर रहे हैं।
 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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