खाकी का दिखा मानवीय चेहराः सड़क पर प्रसव पीड़ा से तड़प रही गर्भवती महिला की कराई डिलीवरी
punjabkesari.in Thursday, Oct 13, 2022 - 05:38 PM (IST)

वाराणसीः यूपी में अक्सर पुलिस का अमानवीय चेहरा देखने को मिलता है, लेकिन इस बार वाराणसी जिले में पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला है। जहां जिले में बुधवार की देर रात सड़क के किनारे प्रसव पीड़ा के दर्द से गर्भवती को तड़पते देख हेड कांस्टेबल अनिल सिंह और अमित मिश्रा मौके बाद पहुंचे। जहां सिपाहीयों ने नर्स के साथ मिलकर गर्भवती महिला की डिलीवरी करवाई। इसके बाद महिला को एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं, अब पुलिस के इस कार्य जिले में चारों तरफ सराहना हो रही है।
बता दें कि मामला चितईपुर थाने की सुंदरपुर पुलिस का है। जहां बुधवार की देर रात सड़क किनारे प्रसव पीड़ा के दर्द से तड़पती गर्भवती को देखकर हेड कांस्टेबल अनिल सिंह और अमित मिश्रा मौके पर आ पहुंचे। साथ ही उन्होंने चौकी प्रभृ सुंदरपुर को सूचित किया और वह चादर लेकर आ गए। वहीं, उन्होंने रास्ते में से गुजर रही एपेक्स हॉस्पिटल की नर्स सविता बिंदु से मदद मांगी।
इसी कड़ी में चौकी प्रभारी ईश्वर दयाल दुबे भी पहुंच गए और उन्होंने पास ही से एक नर्स को भी बुला लाया। इसके बाद सभी सिपाहियों ने मिलकर महिला के चारों तरफ चादर तान कर खड़े हो गए। वहीं, नर्स की सहायता से महिला की डिलीवरी की गई। जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली। इसी बीच चौकी प्रभारी ने 108 नंबर पर फोन करके एंबुलेंस बुला ली और प्रसव के तत्काल बाद एंबुलेंस से महिला को काशी विद्यापीठ ब्लॉक के स्वास्थ्य केंद्र पर भेज दिया गया।
दरअसल चितईपुर की रहने वाली नेहा खान को देर रात प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। जिसके बाद उसके पति शमशेर खान ऑटो रिक्शा में उसे अस्पताल लेकर जा रहे थे। इसी दौरान पीड़ा ज्यादा बढ़ने पर बीच रास्ते में ही ऑटो को रोक दिया गया। इसके बाद दर्द से कहरा रही महिला सड़क के किनारे जमीन पर ही लेट गई। वहीं, उसके सामने ही चौकी प्रभारी की नजर महिला पर पड़ी। जिसके बाद सिपाही महिला की मदद करने के लिए भागे चले आए। इसी दौरान महिला की बिगड़ती हालत देखकर ऑटो चालक मदद करने की बजाए वहां से फरार हो गया। वहीं, पुलिस की इस दरियादिली की चारों तरफ चर्चा हो रही है।