अरविंद राजभर से डिप्टी CM बृजेश पाठक ने मंगवाई माफी, अखिलेश बोले- 'ये है भाजपा के प्रभुत्ववादी लोगों का अहंकार'
punjabkesari.in Friday, Apr 05, 2024 - 12:48 PM (IST)
लखनऊ: एनडीए गठबंधन से घोसी लोक सभा सीट से प्रत्याशी अरविंद राजभर का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के द्वारा सामूहिक माफी मंगवाने का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसके बाद यूपी में सियासत गरमा गई है। वीडियो वायरल होते ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने X पर घटना वीडियो शेयर करते हुए कहा कि ये है भाजपा के प्रभुत्ववादी लोगों का अहंकार, जो अपने साथी दलों के नेता को दंडवत होकर माफ़ी मांगने के लिए विवश कर रहा है, ये अपमान की पराकाष्ठा है।
ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर से पैरों में गिरकर मंगवाया माफी, नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं को मनाने पहुंचे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक#arvindrajbhar @oprajbhar @arvindrajbhar07 @samajwadiparty @yadavakhilesh @BJP4UP @brajeshpathakup pic.twitter.com/OoXxP3ZJV1
— Punjab Kesari-UP/UK (@UPkesari) April 4, 2024
उन्होंने कहा कि भाजपा के सम्पूर्ण दल को इस कुकृत्य के लिए सामूहिक दंडवत क्षमा मांगनी चाहिए। भाजपा ने एक व्यक्ति का नहीं, उस पूरे समाज का अपमान किया है, जिस समाज से वो आता है। राजभर समाज इस अपमान के विरोध में भाजपा के खिलाफ वोट डालेगा और भाजपा की सामंती सोच को जड़ से उखाड़ फेंकेगा।
दरअसल, चुनाव के सिलसिले में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक मऊ पहुंचे। बताया जा रहा है कि यहां के भाजपा पदाधिकारी एनडीए प्रत्याशी से नाराज चल रहे थे। कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए डिप्टी सीएम पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने एनडीए प्रत्याशी अरविंद राजभर को भाजपा कार्यकर्ताओं के सामने घुटने पर बैठकर माफ़ी मांगने लगे। जिसका वीडियो वायरल हो गया।
जानिए क्यों मांगना पड़ा माफी
ओम प्रकाश राजभर जब सपा के साथ गठबंधन में थे उस दौरान उन्होंने मऊ जनपद में मंच से BJP के कार्यकर्ताओं के खिलाफ अपशब्द बोले थे। ऐसे में अब जब ओमप्रकाश राजभर सपा छोड़ भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में है और मऊ की घोसी लोकसभा सीट से अपने बेटे अरविंद राजभर को उम्मीदवार बनाया है तो भारतीय जनता पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर के पक्ष में जाने को तैयार नहीं हो रहे हैं। इसी को देखते हुए बृजेश पाठक ने कार्यकर्ताओं को बैठक में बताया कि पुराने दिनों को भूल जाइए जो गलतियां हुई थी उसको माफ करिए।