उपचुनाव के रिजल्ट को लेकर UP के डिप्टी सीएम ने किया ट्वीट, लिख डाली ये बड़ी बात
punjabkesari.in Thursday, Dec 08, 2022 - 10:46 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 1 लोकसभा और 2 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आज आएंगे। मैनपुरी लोकसभा सीट पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उपचुनाव हुआ था। अब इस सीट पर अखिलेश यादव की पत्नी व नेताजी की बहू डिंपल यादव चुनावी मैदान में उतरीं हैं। इसके अलावा आजम खान को अरोग्य ठहराए जाने के बाद रामपुर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हुआ था। इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने खान के करीबी आसिम राजा को अपना उम्मीदवार बनाकर उतारा था।
आज यूपी के उप चुनाव परिणाम भविष्य के लिए निर्णायक संदेश देने वाले होंगे!
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) December 8, 2022
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने ट्वीट कर लिखी ये बात
जानकारी मुताबिक उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उपचुनाव के परिणाम को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि आज यूपी के उपचुनाव परिणाम भविष्य के लिए निर्णायक संदेश देने वाले होंगे! इसके इलावा डिप्टी सीएम ने हिमाचल प्रदेश और गुजरात के विधानसभा चुनाव के रिजल्ट को लेकर कहा कि आज गुजरात में सुशासन और विकास के मॉडल का 27 साल बाद फिर से कमल खिलेगा!. हिमाचल प्रदेश 2022 में बदलेगा रिवाज! फिर खिलेगा कमल, फिर भाजपा राज!
हिमाचल प्रदेश 2022 में बदलेगा रिवाज!
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) December 8, 2022
फिर खिलेगा कमल,फिर भाजपा राज!#जय_श्रीराम
BJP ने उपचुनाव में झोंकी थी अपनी पूरी ताकत
बता दें कि मुजफ्फरनगर की खतौली सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा विधायक रहे विक्रम सैनी की पत्नी रामकुमारी सैनी को बीजेपी ने मैदान में उतारा था। वहीं सपा-आरएलडी गठबंधन में यह सीट आरएलडी के खाते में गई थी। इस सीट पर आरएलडी की तरफ से मदन भैया मैदान में थे। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने मैनपुरी , रामपुर सदर और खतौली उपचुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्य और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने भाजपा उम्मीदवारों के लिए वोट मांगा था। भाजपा का कहना था कि वह इन तीनों सीट पर कमल खिलाएगी।
आजम खान की प्रतिष्ठा दांव पर
रामपुर विधानसभा सीट की हार-जीत से आजम खान का राजनीति में अस्तित्व भी तय होगा। यही वजह है कि आजम खान ने इस सीट पर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। फिलहाल, रामपुर विधानसभा सीट पर कम वोटिंग प्रतिशत भी आजम की परेशानी बढ़ा रही है। पूरे चुनाव प्रचार से लेकर मतदान के दिन तक आजम खान चुनाव आयोग पर हमलावर रहे। उनका आरोप रहा कि सरकार चुनाव जीतने के लिए सरकारी मशीनरी का उपयोग कर रही है।