स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर डिप्टी CM का पलटवार, कहा- जहरीले बयान ही बनाएंगे सपा को समाप्तवादी पार्टी
punjabkesari.in Tuesday, Aug 29, 2023 - 09:19 PM (IST)

लखनऊ: अपने विवादित बयान की वजह से पिछले काफी दिनों से मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है। सनातन धर्म पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि हिन्दू कोई धर्म नहीं, बल्कि धोखा है। सपा नेता की टिप्पणी से एक बार फिर राजनीति गरमा गई है।
जहरीले बयान ही सपा को समाप्तवादी पार्टी बनाएंगे
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार करते हुए कहा कि सपा नेताओं के जहरीले बयान ही सपा को समाप्तवादी पार्टी बनाएंगे। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि सभी समस्याओं का समाधान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ सबका विकास रूपी महामंत्र से होगा। भाजपा प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा किया गया यह ट्वीट सिर्फ समाज में द्वेष पैदा करने के लिए किया गया है। राजनीति का बहुत ही गिरा हुआ स्तर है। जहां तक बात ब्राह्मण समाज की रही तो आदि शंकराचार्य ने सनातन धर्म के बारे में दुनिया को अवगत कराया। इसमें ब्राह्मणों का अभूतपूर्व योगदान रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य सिर्फ इस तरह के बयान देकर अगड़ा बनाम पिछड़ा करना चाहते हैं।
क्या कहा था स्वामी प्रसाद मौर्य ने
सपा नेता ने रविवार को ट्वीट करते हुए कहा कि ब्राह्मणवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं और सारी विषमता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कह करके इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में... फंसाने की एक साजिश है। अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का भी सम्मान होता, दलितों का भी सम्मान होता, पिछड़ों का भी सम्मान होता लेकिन क्या विडंबना है...।
सपा सांसद डिंपल यादव ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की
मौर्य के बयान के बाद सपा सांसद डिंपल यादव ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश करते हुए कहा कि सनातन धर्म का कोई दुश्मन नहीं है। 2024 के लोकसभा चुनाव में हर धर्म के लोग इंडिया गठबंधन को वोट करेंगे।
स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस पर दिए गये बयान पर भी मचा था बवाल
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी स्वामी प्रसाद मौर्य इस तरह के और भी कई विवादित ब्यानबाजी कर चुके हैं। रामचरित मानस को लेकर भी उनके ब्यान से काफी बबाल मच चुका है। तमाम धर्म गुरूओं और नेताओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य की इस बात को लेकर काफी आलोचना की थी।