"पिंटू- 10000, जवाहिर- 4000...", उधारी वालों की 'खुल्लमखुल्ला' बेइज्जती, बकाया न देने पर बुजुर्ग चायवाले ने जो किया उसने बकायेदारों की बोलती की बंद...
punjabkesari.in Tuesday, May 20, 2025 - 03:45 PM (IST)

UP Desk: यूपी के अंबेडकरनगर में इन दिनों एक बुजुर्ग चायवाले की दुकान चर्चा का विषय बनी हुई है। जिसकी वजह है चाय पीकर उसकी उधारी चुकाना भूल जाने वालों की चायवाले द्वारा एक अनोखा अंदाज में बेइज्जती। पूरा मामला आलापुर तहसील के बिड़हर खास गांव का है। यहां के निवासी राम चंदर नाम के बुजुर्ग दुकानदार को जब बार-बार उधारी मांगने के बाद भी पैसे नहीं मिसे तो उन्होंने ऐसा तरीका निकाला जिससे पूरा इलाका चौंक गया।
उधारी बढ़ती गई और पैसे मिलने की उम्मीद टूटती गई
65 वर्षीय राम चंदर कई सालों से अपने गांव में चाय की छोटी-सी दुकान चला रहे हैं। समय के साथ उनके कुछ नियमित ग्राहक बन गए, जो आए दिन उधारी पर चाय पीते रहे। शुरुआत में राम चंदर को उम्मीद थी कि लोग समय पर पैसे लौटा देंगे, मगर धीरे-धीरे उधारी बढ़ती गई और उनकी पैसे मिलने की उम्मीद टूटती गई। कुछ लोगों पर एक हजार रूपए तो कुछ पर दस हजार रूपए तक की उधारी हो गई। बार-बार पैसे मांगने पर कुछ ग्राहकों ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया।
बुजुर्ग की मजबूरी बनी हिम्मत, बोर्ड पर लिखे बकायेदारों के नाम और रकम
एक गरीब और उम्रदराज दुकानदार के लिए ये स्थिति काफी तकलीफदेह थी। हारकर उन्होंने फैसला लिया कि अब वह चुप नहीं बैठेंगे। राम चंदर ने अपनी दुकान के बाहर एक बड़ा बैनर लगवाया। इस बैनर पर उन सभी लोगों के नाम दर्ज किए, जिन्होंने उधारी ली थी और लौटाने से इनकार कर रहे थे। नामों के साथ कितनी रकम बकाया है, यह भी साफ-साफ लिखा गया। इतना ही नहीं, बोर्ड पर ये भी लिखा गया कि “ये लोग पैसे मांगने पर धमकी देते हैं, कृपया सतर्क रहें।" इसके अलावा उन्होंने बैनर के जरिए आम जनता से भी सहयोग की अपील की।
गांव में मचा हड़कंप, बकायेदारों की बोलती बंद
बोर्ड लगते ही गांव और आसपास के इलाकों में यह बात आग की तरह फैल गई। अब हर आने-जाने वाला व्यक्ति रुक कर बोर्ड पढ़ता है। जिन नामों का जिक्र बोर्ड पर है, अब उन्हें गांव वालों के सवालों और तंज का सामना करना पड़ रहा है। इससे बकायेदारों को सामाजिक शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है।