सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में डॉक्टर छात्रा ने खाया जहर, परिजनों ने की CBI जांच की मांग

punjabkesari.in Monday, Jul 22, 2019 - 10:57 AM (IST)

इटावा: सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही लुधियाना निवासी डॉ शैलजा सचदेवा संदिग्ध हालत में सल्फास खाकर जान देने की कोशिश के चलते वेंटिलेटर पर जिन्दगी मौत से जूझ रही है। डॉक्टर के कमरे से मिली डायरी में ‘बॉस’ नाम के व्यक्ति का जि़क्र है। जो छात्रा का सीनियर है और उसी से अफेयर था। वहीं डॉक्टर के परिजनों ने बेटी को साजिशन ज़हर खिलाकर मारने का आरोप लगाते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने इस मामले में निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की बात कही है।

सैफई यूनिवर्सिटी में पिछले डेढ़ साल से मास्टर ऑफ सर्जन का प्रशिक्षण पा रही 28 वर्षीय लुधियाना निवासी डॉक्टर शैलजा सचदेवा सल्फास के सेवन से बेहद नाज़ुक हालात में बीते 30 घंटों से आई सी यू वेंटिलेटर पर मौत से जंग लड़ रही है। शुक्रवार सुबह शैलजा को संदिग्ध हालत में आई सी यू में भर्ती कराया गया और इसके बाद सैफई यूनिवर्सिटी प्रशासन के द्वारा सल्फास खाकर आत्महत्या का प्रयास किये जाने की सूचना दी गई।

जब परिवार वाले सैफई पहुँचते हैं और उनकी मौजूदगी में शैलजा के कमरे की तलाशी की जाती है। जहां से सर्च के दौरान शैलजा की एक डायरी पुलिस के हाथ लगती है तब परिवार वालों के द्वारा शैलजा के ‘बॉस’ डायरी में लिखे नाम के आधार पर ओर उनके एक साथी डॉक्टर पर कई सवाल दागकर साजिशन ज़हर खिलाने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। शुक्रवार से लेकर कल तक यूनिवर्सिटी प्रशासन शैलजा की घटना को छिपाए रखता है लेकिन जब डॉक्टर के घर वाले शुक्रवार देर रात सैफई पहुँचते हंै और उसके बाद उनके द्वारा मीडिया को सूचना दी जाती है।

डॉक्टर शैलजा के पिता अनिल सचदेवा, दादा राजेश रुद्रा (सचिव पंजाब कांग्रेस कमेटी) व अन्य परिजन डॉ. शैलजा के विवेकानंद होस्टल के केसी-108 कमरे को पुलिस की उपस्थिति में जब खुलवाया गया तो वहां समान बिखरा पड़ा था। बेड के नीचे सल्फास का पाउच पड़ा था, कमरे में ही एक डायरी शैलजा की लिखी हुई बरामद होती है। जिसमें 7 पेज में किसी ‘बॉस’ नाम के व्यक्ति का जि़क्र होता है और उसी बॉस से शैलजा प्यार भी करती थी। खुद इस बात का जि़क्र शैलजा ने किया है।  लेकिन शैलजा ने सल्फास क्यों खाया या उसको सल्फास ज़बरदस्ती दिया गया यह रहस्य बना हुआ है। 

घरवाले मानने को तैयार ही नहीं हंै कि उनकी बेटी ज़हर खा सकती है। उनका कहना है कि जो बेटी की डायरी हाथ लगी है उससे साफ जाहिर है कि यही "बॉस" प्यार के जाल में फंसा कर उसका शोषण कर रहा था और उसने ही बच्ची को ज़हर दिया है। उसी को लेकर उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की है। 

वहीं इस बारे में यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राजकुमार का साफ कहना है कि शैलजा ने खुद जहर खाया है। इस बारे में एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी बना दी गई है जो एक माह में अपनी रिपोर्ट देगी। जो भी निकालकर आएगा उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। फिलहाल उनका पहला काम अभी शैलजा की जान बचाना है जिसको लेकर यूनिवर्सिटी हर संभव कदम उठा रहा है।

 


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Ajay kumar

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