अलीगढ़ में ईट राइट मिलेट्स मेले का हुआ आयोजन, मोटे अनाज की उपयोगिता बताकर लोगों को किया गया जागरूक

punjabkesari.in Saturday, Apr 01, 2023 - 04:03 PM (IST)

अलीगढ़ (अर्जुन वार्ष्णेय): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोटे अनाज को प्रमोट किए जाने के बाद अब प्रशासनिक स्तर पर भी मोटे अनाज के महत्व को बताया जा रहा है। इसके लिए जगह-जगह कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसी के चलते आज अलीगढ़ के नुमाइश स्थित कृष्णांजलि में "ईट राइट मिलेट्स मेला" का आयोजन किया गया। जिसमें अलीगढ़ के प्रतिष्ठित फ़ूड कारोबारियों ने अलग-अलग तरह के मोटे अनाज से व्यंजन तैयार किए। जिसका लोगों ने बढ़ चढ़कर जायका लिया। जानकारों का मानना है कि इससे आने वाले समय में भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

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"ईट राइट मिलेट्स मेले" मोटे अनाज से कई तरह के फूड्स का ज्यादा तैयार किया गया है। जिसको लेकर होटल रमाडा के जनरल मैनेजर शहजाद आलम ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने हम को मोटे अनाज के जरिए नई दिशा दिखाई है। जिसमें एक नया रास्ता हमको दिखाई दे रहा है कि कैसे हम लोग नई चीजें फूड्स के जरिए तैयार कर सकते हैं। इसके साथ ही किस तरह बाजार में इसके उपभोक्ताओं को बढ़ाया जा सकता है, जिससे उपभोक्ताओं की सेहत फिट और तंदुरुस्त रहें। इसी को लेकर आज हमने अपना प्रेजेंटेशन दिया है। इससे जितने भी तंदुरुस्त लोग हैं, जिनका वजन बढ़ रहा है और उनको समस्या आ रही है। वह लोग इस मोटे अनाज का इस्तेमाल करके अपनी जिंदगी को और बेहतर बना सकते है।

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फ़ूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट के लेक्चरर कुंतल कुशवाहा ने बताया कि हमने "ईट राइट मिलेट्स मेले" में बाजरे गोंद के लड्डू, बाजरे और अलसी के लड्डू, बाजरे की बर्फी, बाजरे की खीर और बाजरे की खिचड़ी की प्रदर्शित की जो सेहत के लिए फायदेमंद है। साथ ही बहुत आसानी से बनाई जा सकती है। इसके लिए हमने विशेष पहल की है ताकि यह सभी लोगों तक पहुंचे।

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जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मिलेट ईयर है और इसमें मोटे अनाज को किस तरह वाना है और उसे भोजन में ग्रहण करना है इसके प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए तीन दिवसीय मिलेट्स मेले का आयोजन किया गया है। इसमें हमने बच्चों और समाज के बहुत सारे लोगों को जोड़कर यह आयोजन किया है। आज यहां बड़ी संख्या में लोग यहां उपस्थित हैं तो उनको यह बताया गया है कि मोटे अनाज का उत्पादन हिंदुस्तान में बड़े पैमाने पर हो सकता है और इससे हम अपनी अर्थव्यवस्था को भी आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि हमने लोगों को बताया कि किस तरह इसका निर्यात कर सकते हैं। साथ ही अपने भोजन में इसको शामिल कर सकते हैं और किस तरह फास्ट फूड हमारी जिंदगी को खराब कर रहा है। इसलिए समाज में जागरूकता लाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।


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Content Editor

Harman Kaur

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