चिन्मयानंद संत समाज से निष्कासित, महंत नरेंद्र गिरि बोले- उसका कृत्य निंदनीय ही नहीं, अक्षम्य

punjabkesari.in Monday, Sep 23, 2019 - 12:17 PM (IST)

प्रयागराजः यौन शोषण के आरोपों में घिरे पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री चिन्मयानंद की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने चिन्मयानंद को संत समाज से निष्कासित करने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि 10 अक्टूबर को हरिद्वार में होने वाली अखाड़ा परिषद की बैठक में सभी संत इस फैसले पर मुहर लगाएंगे।

इस बारे में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संत समाज का माथा ऊंचा कर रखा है। वहीं, चिन्मयानंद ने अपने कृत्य से संत समाज को अपमानित किया। यह कृत्य निंदनीय ही नहीं, अक्षम्य भी है। इसके बाद चिन्मयानंद को संत कहने का कोई औचित्य नहीं है। इससे संत समाज की प्रतिष्ठा और मर्यादा को क्षति पहुंची है। संत समाज इस मामले से आहत है।''

गौरतलब हो कि शाहजहांपुर स्थित स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम की एक छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल करके स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे। बाद में मीडिया के सामने उसने चिन्‍मयानंद पर बलात्‍कार का आरोप लगाया था। चिन्‍मयानंद को इस मामले में हाल में गिरफ्तार कर लिया गया था। उच्‍चतम न्‍यायालय के आदेश पर गठित एसआईटी प्रकरण की जांच कर रही है।




 


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Tamanna Bhardwaj

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