Farrukhabad News: डॉ़ अंबेडकर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने से फैला तनाव, पुलिस ने मंगायी नयी प्रतिमा
punjabkesari.in Saturday, Jan 06, 2024 - 12:54 AM (IST)
Farrukhabad News: उत्तर प्रदेश फर्रुखाबाद जिले के मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र में शुक्रवार सुबह डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को किन्हीं शरारती तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त किये जाने से सनसनी फैल गयी। बसपा जिलाध्यक्ष ने एसडीएम से नई प्रतिमा लगवाने की मांग की है। प्रधान की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है। ग्राम प्रधान सरोजनी देवी शर्मा ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर उप जिलाधिकारी गजराज सिंह, पुलिस क्षेत्र अधिकारी अरुण कुमार ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया। यहां पहुंची पुलिस ने करीब 03 फीट ऊंची डॉ भीमराव अंबेडकर की आंशिक क्षतिग्रस्त प्रतिमा की मरम्मत कराई।
बता दें कि पखना बिहार गांव में कई साल पहले सुखेंद्र सिंह कठेरिया की अध्यक्षता वाली समिति ने बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगवाई थी। शुक्रवार सुबह वहां से गुजरे ग्रामीणों ने प्रतिमा का सिर क्षतिग्रस्त देखा तो ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। ग्राम प्रधान सरोजनी देवी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने पहुंचकर लोगों को समझाया। प्रतिमा को कपड़े से ढक दिया गया। ग्रामीणों के गुस्से के देखते हुए पुलिस ने कारीगरों को बुलवाकर मरम्मत का काम शुरू करवा दिया। इसी दौरान बसपा जिलाध्यक्ष वीर सिंह आंबेडकर, जिला सचिव विनोद गौतम, देवनारायण गौतम आदि नेता पहुंच गए। इसी दौरान एसडीएम सदर गजराज सिंह और सीओ अरुण कुमार ने मौके पर पहुंचकर बसपा नेताओं से बातचीत की। उन्होंने प्रतिमा की मजबूती से मरम्मत और सुरक्षा का भरोसा दिया। जिलाध्यक्ष ने एसडीएम से नई प्रतिमा लगवाने की मांग की। एसडीएम ने कहा कि इसका प्रस्ताव बनाकर स्वीकृति ली जाएगी। सीओ अरुण कुमार ने बताया कि ग्राम प्रधान की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शीघ्र ही गिरफ्तारी की जाएगी। संकिसा से नई प्रतिमा मंगवा ली है। उसे लगवा दिया जाएगा।
पहले भी दो बार क्षतिग्रस्त हो चुकी है प्रतिमा
पिछले कुछ सालों में इस प्रतिमा को दो बार पहले भी क्षतिग्रस्त किया जा चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि समिति अध्यक्ष सुखेंद्र सिंह कठेरिया और प्रधान सरोजनी देवी में कई दिनों से विवाद चल रहा है। सुखेंद्र का आरोप है कि प्रतिमा का चबूतरा बनवाने और चहारदीवारी, रंगाई पुताई का पैसा आया था, मगर उसको खर्च नहीं किया गया।