योगी सरकार के दावों की खुली पोल, खुले आसमान के नीचे पढ़ने को मजबूर बच्चे

punjabkesari.in Wednesday, Feb 13, 2019 - 12:25 PM (IST)

देवरियाः पढ़ेगा इंडिया, तो बढ़ेगा इंडिया, अब ये बातें महज किताबी बातें लगने लगी हैं। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि यूपी के देवरिया के प्राथमिक विद्यालय से जो तस्वीरें सामने आई हैं, वो सरकार के खोखले दावों की पोल खोलने के लिए काफी है।
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बता दें कि बनकटा विकास खण्ड के ग्राम गाढ़ा में परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे पिछले 16 सालों से खुले आसमान के नीचे पेड़ के छाओं में पढ़ने को मजबूर है। शिकायत मिलने के बावजूद भी जिले का सरकारी अमला आंखे मूंद कर सोता दिखाई दे रहा हैं। बनकटा विकास खंड के ग्राम गाढ़ा में एक ही परिसर में दो परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। गाढ़ा नंबर-1 और गाढ़ा नंबर-2 इन दोनों पर एक आम टीचर भी तैनात हैं।
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गाढ़ा नंबर-1 में कुल 57 बच्चे पंजीकरण हैं। अध्यापक राजेश कुमार ने बताया कि सत्र में विद्यालय जर्जर था। उसकी छत 13 जुलाई 2017 में गिर गया उसके बाद अपने जिले पर बैठे अधिकारियो को 12 बार लिखित सूचना दी गई, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। हम सभी बच्चों को एक पेड़ के नीचे पढ़ाते हैं।
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गाढ़ा नंबर-2 के अध्यापिका उषा देवी जो 1999 से परिषदीय विद्यालय पर पोस्टेड हैं। उन्होंने बताया कि 2002 में विद्यालय का भवन गिर गया। जिसकी सूचना मैने सम्बंधित अधिकारियों से लिखित रूप से की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। कुछ दिनों तक बगल के परिषदीय विद्यालय गाढ़ा नंबर-01 में चला, लेकिन उसकी जर्जर स्तिथि को देखते हुए हम पिछले 16 वर्षों से पेड़ के नीचे हमारे बच्चे पड़ने को मजबूर हैं। गर्मी, जड़ा, बारिश सभी मौसम को झेलते हुए अपने पढ़ाई को पूरा करते हैं।

ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि उन मासूम बच्चों को क्या दोष जो पढ़ने के लिए आला अधिकारियों को मुंह चिढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। अब देखने वाली बात ये है कि अधिकारी इस पर कब तक कार्रवाई करते हैं।


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Tamanna Bhardwaj

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