जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से युवक ने ऑक्सीजन के लिए DM को किया फोन, ऑडियो वायरल
punjabkesari.in Sunday, May 02, 2021 - 11:35 AM (IST)
गाजीपुर: उत्तर प्रदेश में-ऑक्सीजन को लेकर एक तरफ जहां डॉक्टर लापरवाही बरत रहे है और अधिकारियों की संवेदनहीनता के मामले रोज नए सामने आ रहे हैं। तो वही जनपद गाजीपुर के जिलाधिकारी की संवेदनशीलता का एक ऑडियो आज जनपद में वायरल हो रहा है । और इस को जो भी सुन रहा है वह जिलाधिकारी गाजीपुर की संवेदनशीलता को गंभीरता से ले रहा है और उनकी पहल की सराहना कर रहा है।
बता दें कि ऑडियो में जिलाधिकारी गाजीपुर के कार्यालय से जिला अस्पताल के इमरजेंसी में अपने मरीज को लिए हुए नीतीश नाम के व्यक्ति के पास फोन जाता है कि जिलाधिकारी आपसे बात करना चाहते हैं।नीतीश जिलाधिकारी से बात करता है जिलाधिकारी पूछते हैं कि बताओ क्या समस्या है वह बताता है कि उसके मरीज का ऑक्सीजन लेवल कम हो गया है बावजूद इसके इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों के द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर को हटा लिया गया है। इस जानकारी पर जिलाधिकारी इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर से बात कराने की बात कह रहे हैं डॉक्टर जिलाधिकारी से बात करते हुए बोल रहा है ऑक्सीजन की कमी है। तब जिला अधिकारी के द्वारा बोला जाता है कि यह बात आपने अपने सीएमएस को बतलाया है । तब डॉक्टर के द्वारा यह कहा जाता है कि नहीं। तो जिलाधिकारी पूछते हैं कि क्या इन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है ।तब डॉक्टर के द्वारा भी बोला जाता है कि जी।
उन्होंने कहा कि आप इस तरह के बयान बाजी क्यों कर रहे हैं ।क्यों गाजीपुर की इज्जत को नीलाम कर रहे हैं। मैं खुद एक - एक सिलेंडर पर निगाह रखे हूं ।यदि कमी हो तो आप हम से कहें या अपने सीएमएस को बतलाए। इस दौरान प्यार से उन्होंने कहा कि किस गधे ने कहा ऑक्सीजन की कमी है। लेकिन कुल मिलाकर इस ऑडियो में जिलाधिकारी की संवेदनशीलता देखने को मिल रही है ।कैसे इस महामारी के बाद एक आम आदमी की समस्या के लिए फोन उठाते है ।और फोन करते भी है। और संवेदनशीलता दिखाते हुए डॉक्टर को गलत बयान बाजी नहीं करने और उन्हें उनका कर्तव्य याद दिलाने की बात करते सुने जा रहे हैं।
बता दें कि ऑडियो में जिलाधिकारी गाजीपुर के कार्यालय से जिला अस्पताल के इमरजेंसी में अपने मरीज को लिए हुए नीतीश नाम के व्यक्ति के पास फोन जाता है कि जिलाधिकारी आपसे बात करना चाहते हैं।नीतीश जिलाधिकारी से बात करता है जिलाधिकारी पूछते हैं कि बताओ क्या समस्या है वह बताता है कि उसके मरीज का ऑक्सीजन लेवल कम हो गया है बावजूद इसके इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों के द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर को हटा लिया गया है। इस जानकारी पर जिलाधिकारी इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर से बात कराने की बात कह रहे हैं डॉक्टर जिलाधिकारी से बात करते हुए बोल रहा है ऑक्सीजन की कमी है। तब जिला अधिकारी के द्वारा बोला जाता है कि यह बात आपने अपने सीएमएस को बतलाया है । तब डॉक्टर के द्वारा यह कहा जाता है कि नहीं। तो जिलाधिकारी पूछते हैं कि क्या इन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है ।तब डॉक्टर के द्वारा भी बोला जाता है कि जी।
उन्होंने कहा कि आप इस तरह के बयान बाजी क्यों कर रहे हैं ।क्यों गाजीपुर की इज्जत को नीलाम कर रहे हैं। मैं खुद एक - एक सिलेंडर पर निगाह रखे हूं ।यदि कमी हो तो आप हम से कहें या अपने सीएमएस को बतलाए। इस दौरान प्यार से उन्होंने कहा कि किस गधे ने कहा ऑक्सीजन की कमी है। लेकिन कुल मिलाकर इस ऑडियो में जिलाधिकारी की संवेदनशीलता देखने को मिल रही है ।कैसे इस महामारी के बाद एक आम आदमी की समस्या के लिए फोन उठाते है ।और फोन करते भी है। और संवेदनशीलता दिखाते हुए डॉक्टर को गलत बयान बाजी नहीं करने और उन्हें उनका कर्तव्य याद दिलाने की बात करते सुने जा रहे हैं।