400 छात्रों का भविष्य अंधेरे में, ANM वैकेंसी में सलेक्शन के दौरान फर्जी सर्टिफिकेट का खुलासा
punjabkesari.in Thursday, Jan 13, 2022 - 03:36 PM (IST)
कुशीनगरः हाटा कोतवाली क्षेत्र में पैरामेडिकल कॉलेज के संचालन और फर्जी मार्कशीट देने का मामला सामने आया है । जिसमें लगभग चार सौ बच्चों का भविष्य अंधकार में लटका हुआ है। जहां ANM की वैकेंसी में एक छात्रा के सिलेक्शन के बाद ज्वाइनिंग में प्रमाणपत्रों की जांच के दौरान खुलासा हुआ । जिसके बाद छात्रों ने कॉलेज संचालन के विरुद्ध कार्यवाही और प्रत्येक छात्रों से हुए फीस के नाम पर लाखों की वसूली की वापसी के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं ।
प्रशासन के सामने चल रहा था कॉलेज लाखों रुपये फीस पर रिजल्ट फर्जी
पिपरा बाजार की रहने वाली फर्जीवाड़े की शिकार हुई छात्रा मुन्नी ने बताया कि हाटा नगरपालिका के पगरा में Nh28 के किनारे जननी पैरामेडिकल नर्सिंग साइंस इंस्टीट्यूट एण्ड जननी हॉस्पिटल नाम से वर्ष 2018 में क्षेत्रीय भाजपा विधायक पवन केडिया द्वारा उद्घाटन के बाद खोला गया था । कॉलेज में MBBS (NEET) से लेकर BAMS, GNM, DDLT, M.Sc.Nursing जैसे लगभग 30 कोर्स की पढ़ाई कराने का विधिवत प्रचार प्रसार भी कराया गया । सभी कोर्स 1 साल से साढ़े पाँच तक के थे । विधायक द्वारा किया गया उद्घाटन और सभी अधिकारियों के नजरों के सामने 4 सालों से चलाए जा रहे कॉलेज पर किसी अधिकारी की कोई नजर नही पड़ी। हमारी दोस्त का जब सलेक्शन ANM में हुआ तो प्रमाणपत्र की जांच में रिजल्ट फर्जी मिला तबसे हम अधिकारियों से दोषी संचालक के खिलाफ कार्यवाही के लिए ठोकरे खा रहे पर कोई सुनने वाला नही हैं ।
संचालक पुलिस की मदद से फसाने की दे रहा धमकी
ममता ने बताया कि संचालन हमारे ही दोस्तों को पुलिस की मदद से झूठे केस में फंसाने की धमकियां दिला रहा। हम लोग कर्ज लेकर किसी तरह अपनी पढ़ाई पूरी किए ताकि अपने परिवार को सहारा दे पर इस तरह के फर्जीवाड़े ने हमारे सपनो और परिवार की उम्मीदें तोड़ दिया । पढ़ाई के कामों के साथ संचालक छात्रों से कॉलेज के निर्माण में हो रहे कामो को भी कराया करता था पर हम सबको यह उम्मीद न थी कि यही संस्थान हमारे सपनों की कब्र बन जाएगी। अब कोई हमारी सुनता ही नहीं । केवल इतनी ही विनती हैं कि हमारे घरवालों की मेहनत की कमाई और कर्ज से जो लाखो की फीस ली गई हैं उसे ही लौटा दें और फिर किसी के साथ इस तरह की धोखाधड़ी न हो।
मजदूरी और कर्ज लेकर भरी थी फीस टूट गए सपने
मनीषा ने बताया कि कुछ लोगों को नेशनल कौंसिल ऑफ पैरामेडिकल या पैरामेडिकल साइंस तो कुछ को अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ एजुकेशन का रिजल्ट मिला है जिसके लिए हम सबसे 2 से 4 साल के समय तक लाखों की फीस ली गई पर इसकी हकीकत रद्दी के कागज बराबर ही हैं। हमारे घर के लोगों ने मेहनत मजदूरी करके किसी तरह लाखों की फीस भरी हम लोग भी कॉलेज तक किराया लगाकर आते थे ।
चार साल पहले क्षेत्रीय भाजपा विधायक ने किया था उद्घाटन
भाजपा विधायक पवन केडिया से जब इस मामले पर फोन से बात की गई तो उन्होंने संचालक से कोई परिचय न होने की बात कही। उन्होंने कहा मैं जनप्रतिनिधि हूं उन्होंने बुलाया होगा तो मैं उनके उद्घाटन में चला गया । मुझे पहले उसके बारे बिल्कुल भी पता नहीं था । हमसे छात्रों ने जब मुलाकात करी तो हमने उनके लिए कोतवाल हाटा से बात कर उचित कार्यवाही को कहा।
Sdm ने 21 जनवरी तक जांच करने की बात कही
फर्जीवाड़े के शिकार बच्चों ने उपजिलाधिकारी हाटा पुर्ण बोरा से मुलाकात कर शिकायत करी। जिसके बाद उपजिलाधिकारी ने उन्हें बताया कि चुनावी व्यस्तता होने के बावजूद हम इन छात्रों की शिकायत पर विस्तृत और निष्पक्ष जांच करा कर जिलाधिकारी और मुख्यचिकित्सा अधिकारी को रिपोर्ट देंगे, इसके लिए हमने छात्रों से 21 जनवरी तक का समय कहा है ,जो दोषी हैं उनपर जरूर कार्यवाही की जाएगी। हमें इस क्षेत्र ने आए ज्यादा समय नहीं हुआ पर ऐसे किसी फर्जी संस्थान का पहला केस हमारे संज्ञान में है अगर इस तरह की कोई सूचना हमें मिलेगी तो उसपर भी जांच करा कार्यवाही की जाएगी।