दहेज हत्या का खेल पलटा! मरी हुई बहू ग्वालियर में प्रेमी संग मिली जिंदा, गाजीपुर पुलिस ने किया चौंकाने वाला बड़ा खुलासा
punjabkesari.in Sunday, Nov 09, 2025 - 06:57 AM (IST)
Ghazipur News: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां जिस महिला को पुलिस और परिजन 'दहेज हत्या' की शिकार बता चुके थे, वह दरअसल जिंदा मिली है। पुलिस ने उसे मध्य प्रदेश के ग्वालियर से उसके प्रेमी के साथ बरामद किया है। इस खुलासे के बाद पूरा मामला उलट गया। दरअसल, जिस विवाहिता रुचि को मृत बताया जा रहा था, वह अपने प्रेमी गजेन्द्र यादव के साथ दूसरी शादी कर सुखपूर्वक रह रही थी। जबकि उसके पति, सास और 4 ससुरालवालों पर दहेज हत्या और शव गायब करने जैसे गंभीर आरोपों में मुकदमा दर्ज था।
मायकेवालों ने लगाया था दहेज हत्या का आरोप
मिली जानकारी के मुताबिक, यह मामला सादात थाना क्षेत्र के बरहपार भोजूराय गांव का है। रुचि की मां राजवंती देवी ने अपनी बेटी की शादी राजेंद्र यादव (निवासी – हथौड़ा, थाना खानपुर, गाजीपुर) से साल 2023 में की थी। 3 अक्टूबर 2024 को राजवंती देवी ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर आरोप लगाया कि उनकी बेटी की दहेज के लिए हत्या कर दी गई और ससुरालवालों ने शव गायब कर दिया। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने पति राजेंद्र यादव, सास कमली देवी और चार अन्य पर दहेज हत्या, सबूत मिटाने और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया।
पुलिस ने की गहराई से जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ सैदपुर रामकृष्ण तिवारी ने खुद जांच शुरू की। उन्होंने सर्विलांस टीम की मदद से रुचि का मोबाइल ट्रेस कराया। लोकेशन से पता चला कि रुचि ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में है और वहां अपने प्रेमी गजेन्द्र यादव के साथ रह रही है। इसके बाद पुलिस की एक टीम ग्वालियर पहुंची और 7 अक्टूबर को रुचि को उसके प्रेमी के साथ बरामद कर गाजीपुर वापस ले आई।
रुचि बोली – मेरी मर्जी के खिलाफ कराई गई थी शादी
पुलिस पूछताछ में रुचि ने बताया कि वह 10वीं कक्षा से ही रेवई गांव के गजेन्द्र यादव से प्यार करती थी। उसकी शादी मजबूरी में राजेंद्र यादव से कर दी गई थी। शादी के बाद भी वह अपने प्रेमी को नहीं भूल पाई और घर से भागकर गजेन्द्र से दूसरी शादी कर ली। रुचि ने कहा कि वह ग्वालियर में गजेन्द्र की पत्नी बनकर रह रही थी और खुश थी।
पुलिस का बड़ा खुलासा – झूठा निकला दहेज हत्या केस
सीओ सैदपुर रामकृष्ण तिवारी ने बताया कि जांच में दहेज हत्या और शव गायब करने के सारे आरोप पूरी तरह झूठे निकले। अब पुलिस झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने वालों पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है। रुचि का मेडिकल करवाकर उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू हो गई है।
पति बोला – झूठे केस में फंसाया गया
विवाहिता के पति राजेंद्र यादव ने कहा कि हम लोग निर्दोष हैं। शादी जून 2023 में हुई थी लेकिन पत्नी कभी हमारे साथ नहीं रही। वह झगड़ा करती थी और मायके चली जाती थी। उसके घरवालों को पता था कि उसका किसी और से संबंध है, फिर भी हमें झूठे केस में फंसा दिया। उन्होंने बताया कि जब वह जून में पत्नी को लेने गए तो बताया गया कि वह घर पर नहीं है। उन्होंने इसकी शिकायत चौकी में भी की थी, लेकिन उल्टा दहेज हत्या का मुकदमा उन पर दर्ज कर दिया गया। अब जब सच्चाई सामने आ गई है, तो वह पुलिस से मांग करेंगे कि झूठा आरोप लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई हो।
सास ने भी जताई नाराजगी
राजेंद्र की मां कमली देवी ने कहा कि हमारी बहू रुचि का पहले से किसी से अफेयर था। शादी के बाद वह घर में झगड़ा करती थी और मायके चली जाती थी। फिर हम पर झूठा केस लगाकर बदनाम किया गया। पुलिस ने सच्चाई सामने लाकर सही किया है। अब हम चाहते हैं कि जिन्होंने हमें फंसाया, उन पर कार्रवाई हो और हमारा गहना-पैसा वापस मिले।
पुलिस कर रही आगे की कानूनी तैयारी
पुलिस ने विवाहिता को कोर्ट में पेश कर कानूनी प्रक्रिया पूरी कर ली है। अब पुलिस फर्जी केस दर्ज कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है। यह मामला गाजीपुर पुलिस की सतर्कता और तकनीकी जांच की वजह से खुला। इसने दिखाया कि दहेज हत्या जैसे गंभीर मामलों में जांच से पहले किसी निष्कर्ष पर पहुंचना गलत हो सकता है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि पुलिस उन लोगों पर क्या कदम उठाती है, जिन्होंने एक जीवित महिला को 'मृत' बताकर हत्या का केस दर्ज कराया।

