Gonda News: जम्मू के श्रीनगर में शहीद गोंडा के लाल का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, अंतिम दर्शन को उमड़ा जन सैलाब
punjabkesari.in Sunday, Jul 02, 2023 - 03:24 PM (IST)

(ओम चन्द शर्मा) Gonda News: जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में सीआरपीएफ पोस्ट पर तैनात गोंडा के लाल अजय प्रताप सिंह आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। अब उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा है। गांव में कल से ही शहीद की शहादत की सूचना मिलने से परिवार व गांव में सन्नाटा पसर गया था। गांव का प्रत्येक व्यक्ति शहीद लाल को देखने के लिए कल दिन से ही रास्ता निहार रहा था। देर शाम शहीद का शव उनके गांव पूरे राष्ट्रीय समान के साथ पहुंचा। जहां रात में ही हज़ारों की संख्या में गांव व क्षेत्रवासी शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचने शुरू हो गए थे। जैसे ही सुबह हुई दूर दराज व पूरे गोंडा व गोंडा से सटे जनपदों के कुछ हिस्सों के लोग भी शहीद की अंतिम यात्रा में अमर शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
देश की सुरक्षा के लिए आतंकियों से लोहा लेते हुए गोंडा का लाल हो गया शहीद
मिली जानकारी के मुताबिक, गोंडा जिले के कर्नलगंज तहसील के गांव छीटवापुर निवासी कर्नलगंज के पूर्व विधायक स्वर्गीय भगेलू सिंह के पौत्र अजय प्रताप सिंह जम्मू के श्रीनगर में सीआरपीएफ पोस्ट पर तैनात थे। देश की सुरक्षा के लिए आतंकियों से लोहा लेते हुए गोंडा का लाल वहां पर शहीद हो गया। अजय प्रताप सिंह तीन सगे भाई हैं। अजय सीआरपीएफ में तो दो भाई भारतीय सेना में तैनात हैं। बड़े भाई अखिलेश प्रताप सिंह जम्मू कश्मीर में सेना में तैनात हैं। वही दूसरे नंबर पर अजय प्रताप सिंह सीआरपीएफ पोस्ट श्रीनगर में तैनात थे। सबसे छोटा भाई अखिलेंद्र प्रताप सिंह भी आर्मी में है। जो वर्तमान समय में अमरनाथ यात्रा में तैनात हैं।
शहीद अजय प्रताप सिंह के एक 3 साल और एक 8 माह की है बेटी
आपको बता दें कि शहीद अजय प्रताप सिंह के एक 3 साल और एक 8 माह की बेटी है। इन मासूम बच्चियों के सर से पिता का साया उठ गया है। लेकिन अभी बच्चियों को नहीं मालूम है कि उनके पिता देश की सेवा करते इस दुनिया से हमेशा के लिए चले गए। शहीद की अंतिम यात्रा में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी पहुंचकर शहीद को अपनी श्रधांजलि अर्पित की। वहीं भाजपा के कटरा बाजार विधायक बावन सिंह इस मौके पर शहीद की शहादत पर बोलते हुए कहा कि अजय ने केवल इस क्षेत्र के लाल हैं बल्कि वह भारत के लाल हैं जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया है। वह इस क्षेत्र के होने के नाते मेरे गांव के भी हैं ऑयर हमारे पाटीदार हैं। वह बालटाल में थे जब यह घटना घटी है। शहीद ने अपनी देश सेवा में अपनी शहादत दी है।