गोरखपुरः 2 लाख लोगों को होम क्वारंटाइन का आदेश, 20 डॉक्टरों की टीम गठित

punjabkesari.in Tuesday, Mar 24, 2020 - 06:07 PM (IST)

गोरखपुरः कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कह दिया है कि इससे बचने का सबसे बड़ा व एकमात्र तरीका है जागरूकता। ऐसे में तेजी से बढ़ते जा रहे कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव के लिए गोरखपुर जिला प्रशासन ने बाहर से आए करीब 2 लाख लोगों को होम क्वारंटाइन करने का आदेश दिया है। ऐसे सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है।

5-5 डॉक्टरों की 20 टीमें की गई गठित 
बता दें कि स्वास्थ्य परीक्षण की प्रक्रिया आज से शुरू कर दी गई है। जिला प्रशासन के मुताबिक पिछले 10 दिनों के भीतर जनपद में करीब 2 लाख से अधिक लोग आ चुके हैं। इनमें से अधिकतर दिल्ली व मुंबई से आने वाले हैं। इनकी जांच के लिए कोराना वायरस नियंत्रण समिति का गठन किया गया है। ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान,  सेक्रेटरी, सफाई कर्मचारी, कोटेदार, आशा व ANM शामिल हैं। सफाई टीम उन घरों पर विशेष फोकस कर रही है, जिन घरों में बाहर से लोग आए हैं। सार्वजनिक जगहों पर भी छिड़काव कराने का निर्देश दिया गया है। लेखपाल-कानूनगो को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। लोगों को 14 दिन अनिवार्य रूप से उनके घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा। संक्रमण जांच के लिए 5-5 डॉक्टरों की 20 टीमें गठित की गई हैं।

वहीं BRD मेडिकल कॉलेज में आज से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की जांच शुरू हो गई है। सोमवार को जांच के लिए दो सैंपल मेडिकल कॉलेज में भेजे गए थे। अभी तक जनपद में जांच की सुविधा नहीं होने पर सैंपल बाहर भेजा जाता था। जांच रिपोर्ट आने में 3 दिन का समय लगता था।

बंदियों को पैरोल पर छोड़ जेल प्रशासन ने शुरू की स्क्रीनिंग
शासन के निर्देश पर जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों को पैरोल पर छोड़ा जाएगा। जेल प्रशासन ने स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। जेल मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी जाएगी। निर्देश के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सात साल से कम की सजा के मामले में निरुद्ध बंदियों को 6 हफ्ते का पैरोल देने का आदेश दिया है। शासन के निर्देश पर जेल मुख्यालय के अधिकारियों ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक और जेलर से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है।

तैयार की जा रही  बंदियों की सूची
जिला कारागार में निरूद्ध सात साल से कम सजा वाले बंदियों की सूची तैयार की जा रही है। सोमवार को कुल बंदियों की संख्या 1714 थी। इनमें सजायाफ्ता 167 बंदी शामिल हैं। जेल प्रशासन ने सात साल से कम की सजा वाले मामले में बंद और इससे कम सजा पाने वाले बंदियों की छटनी शुरू कर दी है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. रामधनी ने बताया कि शीघ्र ही बंदियों की संख्या स्पष्ट हो जाएगी।

 

 

 


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Ajay kumar

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