उमेश पाल पर हुए हमले में शहीद गनर संदीप की 2 साल पहले हुई थी शादी...शव देख बिलख पड़ी पत्नी
punjabkesari.in Sunday, Feb 26, 2023 - 01:39 PM (IST)

प्रयागराज: बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के 18 साल बाद मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार शाम घर के अंदर घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। इस हमले में उमेश पाल के साथ ही उनकी सुरक्षा में तैनात सिपाही संदीप निषाद (Constable Sandeep Nishad) की भी हत्या हो गई थी, जिससे पुलिस विभाग में शोक की लहर है। वहीं, सिपाही संदीप के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि संदीप का विवाद करीब दो साल पहले हुआ था।
संदीप की मौत से पूरे परिवार में मचा कोहराम
जानकारी के मुताबिक, संदीप (25) आजमगढ़ जिले में अहरौला के बिसईपुर गांव के रहने वाले थे। वह तीन भाइयों में मंझले थे। संदीप का विवाह 2021 में आजमगढ़ की रीमा से किया गया था। रीमा को संदीप ने प्रयागराज में ही किराये के कमरे में साथ रखा था। इसी कड़ी में शुक्रवार की सुबह रीमा मायके से प्रयागराज के लिए रवाना हो गई थीं लेकिन संदीप ने उसे फोन पर वापस लौटने के लिए कह दिया था।
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'संदीप से मिलाओ वरना भूखी-प्यासी रहकर जान दे दूंगी'
शुक्रवार देर शाम संदीप के भाई प्रदीप को फोन से घटना की सूचना देकर SRN अस्पताल बुला लिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही संदीप की पत्नी रीमा भी रोते हुए अस्पताल पहुंची। अस्पताल में वह बार-बार यही कहती रही कि उसे संदीप से मिलाओ वरना भूखी-प्यासी रहकर जान दे दूंगी। वहीं, संदीप की मौत से पूरे परिवार को गहरा सदमा पहुंचा है। मृतक संदीप के परिजनों की हालत देखकर अस्पताल में मौजूद अन्य लोगों की भी आंखें भर आई।
उच्च अधिकारियों और कर्मचारियों ने सिपाही संदीप को पुष्प चक्र अर्पित कर दी अंतिम सलामी
बता दें कि संदीप का शव पोस्टमार्टम के बाद शाम 5 बजे पुलिस लाइन ले जाया गया। जहां ADG जोन भानु भास्कर, IG चंद्रप्रकाश और DM संजय खत्री समेत अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर सिपाही संदीप को अंतिम सलामी दी। इसके बाद संदीप का पार्थिव शरीर आजमगढ़ ले जाया गया।