हरदोई: कहीं नहीं दिख रहा चुनाव का जोर,  शांत बैठे हैं प्रत्याशी व राजनीतिक दल, गायब हो गए माइक व भोंपू

punjabkesari.in Saturday, Apr 06, 2024 - 09:54 PM (IST)

हरदोई: एक समय था जब चुनाव की घोषणा होते ही सड़कों पर शोर शराबा, रैलियां शुरू हो जाती थीं, बड़े-बड़े वाहनों पर गाते बजाते लोग प्रत्याशी के लिए वोट मांगने लगते थे, लेकिन अब समय बिल्कुल बदल गया है। 13 मई को होने वाले चुनाव को लेकर किसी भी प्रत्याशी या उनके समर्थकों में कोई उत्साह नहीं दिखाई दे रहा है। केवल जिला प्रशासन स्वीप रैलियां व बैठकें कर रहा है।

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प्रत्याशी व जनता बिल्कुल शांत
प्रशासन की तैयारियां पूरे जोरों पर हैं, लेकिन प्रत्याशी व जनता बिल्कुल शांत है। गांव से लेकर शहर तक किसी भी प्रत्याशी की हार-जीत को लेकर कोई चर्चा अब तक नहीं हो रही है। चुनाव आयोग की सख्ती के चलते अब चुनावों से पहले होने वाला शोर शराबा, पोस्टर बाजी, बिल्ला स्टीकर कहीं नहीं दिखाई पड़ रहे हैं। पहले चुनाव शुरू होते रिक्शों पर बाइक बांध कर सुबह से रात तक चुनावी प्रचार होता रहता था। गलियों से लेकर मुख्य चौराहे तक बड़े-बड़े पोस्टर, होर्डिंग्स से पट जाते थे। गांव में बच्चे तक चुनावी बिल्ला, झंडा लिए दिखाई पड़ते थे। शहर से लेकर गांव तक चुनाव की धूम मची रहती थी, लेकिन अब चुनाव आयोग की सख्ती के चलते अधिसूचना जारी होते ही प्रचार सामग्री हटाई जाने लगती है।

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सिर्फ प्रशासन की तैयारियां दिखाई पड़ रही
चुनाव को लेकर सिर्फ प्रशासन की तैयारियां दिखाई पड़ रही हैं। मतदान बढ़ाने को लेकर गांव से शहर तक हर वर्ग की रैलियां निकाली जा रही हैं। जिले का चुनाव इतना शांत है कि जनता में किसी प्रत्याशी के लिए कोई उत्साह नहीं है। वर्षों से जिन दो चेहरों को वह सांसद के रूप में देख रहे हैं, वहीं चेहरे फिर मैदान में हैं। चुनाव जीतने के बाद दोनों चेहरे जनता से रूबरू नहीं होते हैं।


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Content Writer

Ajay kumar

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