‘मैं ही सबसे बड़ा माफिया हूं…’ अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद आजम खान का CM योगी को करारा जवाब
punjabkesari.in Friday, Nov 07, 2025 - 03:20 PM (IST)
Lucknow News: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान शुक्रवार को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात करने पहुंचे। यह दोनों नेताओं की एक महीने में दूसरी मुलाकात रही। इससे पहले अखिलेश यादव ने 8 अक्टूबर को रामपुर जाकर आजम खान से मुलाकात की थी। इस अप्रत्याशित मुलाकात को लेकर सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
हमारी मिसालें दी जाएंगी…आजम खान
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं ने प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति और संगठनात्मक रणनीति पर चर्चा की। मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आजम खान ने सीएम योगी आदित्यनाथ के “माफिया मुक्त उत्तर प्रदेश” वाले बयान पर तीखा जवाब देते हुए कहा, “मैं खड़ा हूं आपके सामने, सबसे बड़ा माफिया मैं ही हूं। मुझसे बड़ा माफिया कौन है? हमारी मिसालें दी जाएंगी।” उन्होंने आगे कहा, “कुछ हाल-ए-दिल उन्होंने कहा, कुछ हमने कहा।” आजम खान ने बातचीत में यह भी कहा कि देश का माहौल लगातार बिगड़ता जा रहा है और अब बदलाव के लिए सभी को एकजुट होकर आगे आना होगा।
न जाने कितनी यादें संग ले आए
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 7, 2025
जब वो आज हमारे घर पर आए!
ये जो मेलमिलाप है यही हमारी साझा विरासत है। pic.twitter.com/hPr56uCLFB
वहीं, अखिलेश यादव ने मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, “न जाने कितनी यादें संग ले आए, जब वो आज हमारे घर पर आए! ये जो मेल-मिलाप है, यही हमारी साझा विरासत है।”
मुलाकात के सियासी मायने
इस गुपचुप बैठक ने राजनीतिक हलकों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। माना जा रहा है कि आजम और अखिलेश की बढ़ती नज़दीकियां आगामी चुनावी रणनीति से जुड़ी हो सकती हैं। दिलचस्प बात यह है कि गुरुवार को ही मुख्तार अंसारी के भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने भी आजम खान से मुलाकात की थी, जिससे सियासी चर्चाओं को और बल मिला है।
जेल से रिहाई के बाद फिर सियासी सुर्खियों में आजम खान
आजम खान को 23 सितंबर को करीब एक साल 11 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा किया गया था। उनके साथ उनके दोनों बेटे अब्दुल्ला आजम और अदीब आजम मौजूद थे। रिहाई के बाद से ही उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि आजम खान ने सपा छोड़ने या नया राजनीतिक मोर्चा बनाने की खबरों को सिरे से नकार दिया था।

