भारत बन रहा है विश्वगुरुः राजनाथ सिंह

punjabkesari.in Tuesday, Feb 18, 2020 - 06:26 PM (IST)

लखनऊः एकल अभियान परिवर्तन महाकुंभ 2020 के समापन समारोह में पहुंचे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लालच और डरा धमका कर किसी का धर्म परिवर्तन करवा देना महापाप है। इसको कानून और सख्ती के जरिए रोकना आसान नहीं है। रोकने के लिए एकल अभियान जैसे जनजागरण अभियान ही कुछ कर सकते हैं।

बता दें कि लोहिया विधि विश्विद्यालय के आम्बेडकर सभागार में राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सली आतंकवाद प्रभावित और सीमावर्ती इलाकों में एकल विद्यालय काम कर रहे हैं। जिससे धर्मांतरण को रोका जा रहा है। समापन समारोह में प्रख्यात कथावाचक रमेश भाई ओझा और राष्ट्रीय स्वयं संघ के सह संचालक कृष्ण गोपाल भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में महापौर संयुक्ता भाटिया भी मौजूद रहीं।
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बिना वेतन प्राप्त किए लगातार काम करना है बड़ी बात
रक्षा मंत्री ने कहा कि एकल अभियान से राष्ट्र उत्थान हो रहा है। मैं लखनऊ का सांसद हूं इसलिए मुझे यहां आना जरूरी था। मैं यहां सबका अभिनंदन करता हूं। एकल अभियान से देश की बहुत बड़ी सेवा हो रही है। मैं पहले दिन से होता तो और अधिक गहराई से समझ पाता है। उन्होंने कहा कि यहां मेरा विश्वास पक्का हुआ कि अकेला चना भाड़ फोड़ सकता है। बिना वेतन प्राप्त किए लगातार काम करना बड़ी बात है।

भारत बन रहा है विश्वगुरु
उन्होंने आगे कहा कि गांव, आदिवासी और वनवासी इलाकों में रहना बहुत कठिन तपस्या है। नक्सली इलाकों में बड़े बड़े दिलेर लोगों की हिम्मत जाने की नहीं होती है। आप एकल अभियान वहां भी चला रहे हैं। हमारे देश के पीएम डिजिटलाइजेशन करना चाहते हैं जिसके लिए शब्द ज्ञान आवश्यक है। एक लाख एकल विद्यालय हैं और 28 लाख बच्चे पढ़ रहे हैं। ये महान बात है। आप जगह काम करते हैं वहां धर्मांतरण का संकट है। जो जिस धर्म का पालन कर रहा है उसे आजादी है। अगर प्रलोभन और डरा कर धर्म परिवर्तन करवाने वाले महापाप कर रहे हैं। ये अभियान ही धर्मांतरण रोक पाएगा। बहुत सारी विदेश ताकतें हमको तोडऩा चाहते हैं क्योंकि हम विश्व गुरु बन जाएंगे। भारत इसलिए विश्व गुरु बनना चाहता है हम लोगों को डराना नहीं चाहते हैं।

नए भारत का निर्माण शिक्षा से ही संभव
रक्षा मंत्री ने कहा कि नये भारत का निर्माण शिक्षा से ही संभव है। 2022 तक नए भारत के निर्माण में भी आप (एकल अभियान) भूमिका निभा रहे हैं। ज्ञान से ही महान नहीं होता है। ज्ञान के साथ संस्कार भी जरूरी हैं। रावण तो अधिक ज्ञानी और बलवान था। मृत्यु पर विजय भी प्राप्त की थी, लेकिन पूजा भगवान राम की होती है। अंतर संस्कार और चरित्र का है। भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए संस्कारित भी होना पड़ेगा। एकल अभियान के जरिए ये काम किया जा रहा है।

 

 

 


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Ajay kumar

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