गृहस्थी पर असर डाल रही महंगाई! खर्च को लेकर पत्नी पति के झगड़ों के बढ़ रहे मामले, अब तक 400 केस

punjabkesari.in Monday, Apr 11, 2022 - 03:50 PM (IST)

आगरा: महंगाई का असर अब घर की रसोई पर ही नहीं बल्कि गृहस्थी पर भी पड़ने लग गया है। रोज मर्रा के जिंदगी में पत्नियों की घर खर्च की शिकायतें बढ़ती जा रही है तो वहीं परेशान पति भी यही कहने को मजबूर हैं कि पैसा कहां से लाऊं। आंकड़ों से बात करें तो 40 फीसद मामलों में पत्नी की शिकायत होती है कि पति समय पर खर्च नहीं देते हैं। जो भी रकम देते हैं, वह इतनी कम होती है कि घर का बजट नहीं बन पाता। ये मामले अब पुलिस तक पहुंच रहे हैं। ऐसे में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र इस वर्ष 400 से अधिक मामले पहुंचे।

पति-पत्नियों की ये हैं शिकायतें 
इसी कड़ी में पहला केस जगदीशपुरा इलाके से आया। यहां के रहने वाले एक दंपती की शादी को करीब 7 वर्ष हो गए हैं। आय कम और खर्चा अधिक होने के चक्कर में दंपत्ति में कलेश होने लगा। ऐसे में पत्नी ने पति से कहा कि वह खुद भी काम करेगी, लेकिन पति राजी नहीं है। जिसके चलते ये मामला पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में पहुंच गया।पत्नी का कहना था कि पति दस हजार रुपए महीने देता है। इसमें घर का खर्च चलाना मुश्किल हाे गया है। राशन, दूध, तेल और गैस सब कुछ महंगा हो गया है। बच्चों के स्कूल की फीस भी इसमें देनी होती है। वहीं पति ने काउंसलर को बताया कि उसे करीब 12 हजार रुपये महीने मिलते हैं। जिसमें वह 2 हजार गाड़ी में पेट्रोल व अपने खर्च के रखकर बाकी पूरा वेतन पत्नी को दे देता है। काउंसलर के समझाने पर पति ने एक सप्ताह का समय मांगा, जिससे कि वह परिवार के लोगों से बात करने के बाद पत्नी को भी काम करने के लिए राजी कर सके।

वहीं दूसरा केस एत्माद्दौला क्षेत्र से सामने आया। यहां के निवासी पति एक फैक्टरी में कर्मचारी है। उसे करीब 10 हजार रुपए महीने वेतन मिलता है। शादी के करीब दो वर्ष हुए हैं। पति-पत्नी किराए पर रहते हैं। पत्नी ने छह महीने पहले पति से मोबाइल दिलाने की कहा था। पति हर महीने आश्वासन दे देता। जिसे लेकर रार हो गई, पत्नी ने पति पर घर का खर्चा नहीं देने का आरोप लगा शिकायत कर दी। मामला काउंसलर के पास पहुंचने पर उन्होंने बातचीत की। पति ने बताया कि वह आठ हजार रुपये महीने पत्नी काे देता है। जिस पर पत्नी का कहना था कि घर का किराया, बिजली का बिल, राशन, दूध और गैस सिलेंडर आदि पर सारी रकम खर्च हो जाती है। महीने के आखिर में उसके पास कुछ सौ रुपये ही बचते हैं। काउंसलर ने दोनों को बचत करके मोबाइल खरीदने के लिए समझाया। जिस पर पत्नी तैयार हो गई।

क्या कहते हैं पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर?
इस पर काउंसलर पुलिस परिवार परामर्श केंद्र एवं एसोसिएट प्रोफेसर डाक्टर वीके सिंह का कहना है कि महंगाई के चलते घर का बजट बिगड़ने को लेकर पति-पत्नी के बीच रार के मामले काउंसलिंग में आ रहे हैं। दंपतियों को एक दूसरे को जगह खुद को रखकर समझाने का प्रयास किया जाता है। पतियों द्वारा महीने मे दिए जाने वाले रुपये से घर का बजट नहीं चलने की शिकायत पत्नियों द्वारा की जाती है। पति उनकी समस्या को अनसुना कर देते हैं, जिसके चलते वह पुलिस के पास शिकायत को आती हैं। समझाने पर दोनों को अपनी गलती का अहसास होता है।

वहीं परिवार न्यायालय में काउंसलर एवं एडवोकेट प्रमिला शर्मा कहती हैं कि महंगाई को लेकर घरों में रार बढी है। पत्नियों की शिकायत है कि हर चीज महंगी हो गई है, इसके बावजूद पति पहले जितने रुपये ही हर महीने देते हैं। पतियों का कहना है कि वह जितना हो सकता है, उतना करते हैं। इसका समाधान ये कि पत्नियाें को भी आत्मनिर्भर बनना होगा। अपने स्तर से ही छोटा सा काम शुरू करना चाहिए।


 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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