MBBS डॉक्टरों की जगह12 वीं पास युवक मरीजों का करे रहे थे इलाज, 600 रुपए की दिहाड़ी में आरोपी कर रहे थे काम

punjabkesari.in Tuesday, Jan 24, 2023 - 01:31 PM (IST)

वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी से बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां पर  MBBS डॉक्टरों की जगह 12 वीं पास युवक मरीजों का इलाज कर रहे हैं।  बताया तो यहां तक जा रहा है कि डॉक्टरों की ड्यूटी लगती थी लेकिन डॉक्टर आते ही नहीं थे। उनकी जगह पर 600 रुपए की दिहाड़ी पर लड़के मरीजों का इलाज करते थे। खुलासे के बाद  BHU में हड़कंप मच गया।

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जानकारी के मुताबिक मामला BHU के सर सुंदरलाल अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर का है। 2017 बैच के पासआउट 4 MBBS डॉक्टर की जगह 3 फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी की पहचान  वाराणसी की विशेश्वरगंज की प्रीती चौहान, मिर्जापुर अदलहाट के मोहित सिंह और सोनभद्र के अनपरा के अभिषेक सिंह के रूप में हुई है।

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कमिश्नर ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।  MBBS पास आउट डॉ. नितिन, डॉ. शुभम, डॉ. सौमिक डे और डॉ. कृति की जगह आरोपी ड्यूटी कर रहे थे। । पकड़े गए लोगों में प्रीति चौहान, सिर्फ 12वीं पास है। वह MBBS डॉक्टर की तरह काम कर रही थी। पकड़े गए फर्जी डॉक्टरों को लंका पुलिस को सौंप दिया गया। BHU सुरक्षा निरीक्षक अरुण कुमार की तहरीर पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि व्हाट्सएप चैट से आरोपियों की ड्यूटी लगाई जाती थी।

उन्होंने कहा, "2017 बैच के MBBS के डॉक्टरों ने अपनी जगह इनको रखा था। यह क्रिमिनल ऑफेंस है। MBBS की पढ़ाई के बाद एक साल की ट्रेनिंग की जाती है, जिसे इंटर्नशिप कहा जाता है। इसके लिए 25 हजार स्टाइपेंड भी मिलता है। उन्होंने आगे बताया कि उनकी टीम ने ही फर्जी इंटर्न को अस्पताल से पकड़ा है। पकड़े गए सभी लोग नॉन मेडिकल हैं। फिलहाल सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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Content Writer

Ramkesh

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