धार्मिक स्थल विवादों के बीच जलसा: देवबंद में मुस्लिमों का बड़ा सम्मेलन, ज्ञानवापी मस्जिद सहित कई मुद्दों पर होगी चर्चा
punjabkesari.in Saturday, May 28, 2022 - 11:23 AM (IST)
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में स्लिम संगठन जमीयत उलमा-ए-हिंद का बड़ा सम्मेलन शुरू हुआ है। इसमें 25 राज्यों से करीब 2 हजार मुस्लिम संगठनों के अगुवा शामिल हुए है। बताया जा रहा है कि एजेंडे में ज्ञानवापी-शृंगार गौरी विवाद, कुतुबमीनार और श्रीकृष्ण जन्मभूमि जैसे धार्मिक मुद्दे शामिल हैं। जमीयत के सम्मेलन की अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष और पूर्व सांसद मौलाना महमूद मदनी कर रहे हैं।
कश्मीर की बड़ी हस्तियां देवबंद पहुंची
जमीयत उलमा-ए-हिंद के कार्यक्रम में 25 राज्यों से लोग आए हैं। इनमें मुख्य रूप से महाराष्ट्र से आए मौलाना नदीम सिद्दीकी, यूपी से मौलाना मोहम्मद मदनी, तेलंगाना से हाजी हसन, मणिपुर से मौलाना मोहमद सईद, केरल से जकरिया, तमिलनाडु से मौलाना मसूद, बिहार से मुफ्ती जावेद, गुजरात से निसार अहमद, राजस्थान से मौलाना अब्दुल वाहिद खत्री, असम से हाजी बसीर, त्रिपुरा से अब्दुल मोमिन पहुंचे हैं। सांसद मौलाना बदरूद्दीन अजमल, पश्चिम बंगाल में ममता सरकार में मंत्री मौलाना सिद्दीकी उल्लाह चौधरी और शूरा सदस्य मौलाना रहमतुल्लाह कश्मीरी सहित कई बड़ी हस्तियां भी देवबंद पहुंच चुकी हैं। इसके अलावा झारखंड, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल से भी मुस्लिम संगठन के लोग आए हैं।
5 बीघा में AC पंडाल तैयार
जमीयत उलमा-ए-हिंद के सम्मेलन में देश के अलग-अलग राज्यों से आने वाले जमीयत से जुड़े लोगों के बैठने के लिए करीब पांच बीघा जमीन में फुल कवर्ड AC पंडाल तैयार किया गया है। जिसमें ढाई-ढाई टन के 20 से ज्यादा AC लगाए गए हैं। मेहमानों के रहने की व्यवस्था होटल के अलावा ईदगाह मैदान में बनाए गए पंडाल में भी की गई है।
पुलिस प्रशासन की पूरी तैयारी
वहीं, इस सम्मेलन को लेकर पुलिस प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर ली है। देशभर से आने वाले डेलिगेशन और उलमाओं की सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम रहेंगे। अन्य जिलों से एक्ट्रा फोर्स मंगवाई गई है। जबकि पंडाल और आसपास एलआईयू भी अलर्ट रहेगी। एसएसपी आकाश तोमर का कहना है कि सम्मेलन को लेकर पूरी तैयारियां पुलिस प्रशासन ने कर ली है। सम्मेलन स्थल पर एक कंपनी पीएसी, तीन पुलिस निरीक्षक, दस उपनिरीक्षक, छह महिला कांस्टेबल और 40 सिपाहियों की तैनाती की जाएगी।