Loksabha Election 2024: एक नजर बरेली सीट पर, त्रिकोणीय मुकाबले में किसके हाथ लगेगा जीत का ‘झुमका’ ?

punjabkesari.in Tuesday, Apr 02, 2024 - 05:09 PM (IST)

Loksabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में एक बरेली लोकसभा सीट है। बरेली शहर झुमकों के लिए दुनियाभर में मशहूर है।इस सीट का चुनावी आंकड़ा बेहद दिलचस्प रहा है। लंबे समय से यहां पर बीजेपी का वर्चस्व है, बीजेपी के मौजूदा सांसद संतोष गंगवार इस सीट से आठ बार सांसद रहे हैं। अगर इस सीट के इतिहास की बात करें, तो यहां पहली बार साल 1952 में चुनाव हुआ था। साल 1952 और 1957 के पहले दो चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। लेकिन साल 1962 और 1967 के चुनाव में जनसंघ ने कांग्रेस को करारी शिकस्त देते हुए इस सीट पर करीब एक दशक तक कब्जा रखा।  हालांकि साल 1971 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर इस सीट पर वापसी की थी। लेकिन साल 1977  में जनता पार्टी के राममूर्ति ने यहां जीत हासिल की। साल 1980 के चुनाव में जनता पार्टी के ही मिसिर यार खान ने जीत दर्ज की। मगर एक साल बाद ही हुए उपचुनाव में कांग्रेस की बेगम आबिदा अहमद ने चुनाव जीतकर पार्टी की वापसी कराई थी। 
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वहीं 1984 की कांग्रेस लहर में पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद की पत्नी बेगम आबिदा ही इस सीट पर दोबारा सांसद बनी थीं।  लेकिन साल 1989 में बीजेपी के संतोष गंगवार ने इस सीट पर पहली बार जीत दर्ज की थी। उसके बाद लगातार 6 बार वो यहां से सांसद चुने गए। संतोष गंगवार ने साल 1989, 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में सांसद बीजेपी का परचम लहराया। लेकिन साल 2009 के आम चुनाव में कांग्रेस के प्रवीण ऐरन ने संतोष गंगवार को हराकर उसकी जीत के सिलसिले पर विराम लगाया था। मगर साल 2014 की मोदी लहर में संतोष गंगवार ने फिर से इस सीट पर कब्जा किया। जो उन्होंने साल 2019 के पिछले चुनाव में भी बरकरार रखा। ऐसे में बरेली सीट बीजेपी का गढ़ कहलाती है।

लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की कुल पांच सीटें
आपको बता दें कि इस लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की कुल पांच सीटें आती हैं। जिनमें मीरगंज, भोजीपुरा, नवाबगंज, बरेली शहर और बरेली छावनी शामिल है।
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साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में पांच सीटों में से एक समाजवादी पार्टी ने जीती हैं। जबकि चार सीट बीजेपी के खाते में गई हैं, एक मात्र भोजीपुरा पर ही सपा का खाता खुला है। जबकि बाकी चार मीरगंज, नवाबगंज, बरेली शहर और बरेली छावनी पर बीजेपी का कब्जा है।

लोकसभा में कुल मतदाता
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अगर बात मतदाताओं की करें, तो बरेली सीट पर कुल 17 लाख 76 हजार 786 वोटर हैं।  जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 68 हजार 146 है, जबकि महिला वोटरों की संख्या 8 लाख 8 हजार 545 है, वहीं ट्रांसजेंडर वोटर 95 हैं।

 एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 
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बरेली सीट पर साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव पर नज़र डालें, तो इस सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। बीजेपी प्रत्याशी संतोष गंगवार ने सपा के भगवत सरन गंगवार को एक लाख 67 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था। संतोष गंगवार को कुल 5 लाख 65 हजार 270 वोट मिले। जबकि भगवत सरन गंगवार को 3 लाख 97 हजार 988 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के प्रवीण ऐरन थे। प्रवीण सिंह ऐरन को कुल 74 हजार 206 वोट मिले।

 एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 
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बरेली सीट पर साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव पर नज़र डालें, तो इस सीट पर संतोष गंगवार ने सातवीं बार जीत दर्ज की थी। संतोष गंगवार ने सपा प्रत्याशी आयशा इस्लाम को 2 लाख 40 हजार वोटों के बड़े अंतर से हराया था। संतोष गंगवार को कुल 5 लाख 18 हजार 258 वोट मिले थे। जबकि सपा की आयशा इस्लाम को 2 लाख 77 हजार 573 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर रहे बसपा के उमेश गौतम को 1 लाख 6 हजार 49 वोट मिले थे।

 एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 
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साल 2009 में बरेली लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने बीजेपी के दिग्गज नेता को हराकर इतिहास रच दिया था। कांग्रेस के प्रवीण सिंह ऐरन ने लगातार छह बार के सांसद बीजेपी प्रत्याशी संतोष गंगवार को मात देकर जीत दर्ज की थी। प्रवीण सिंह ऐरन को कुल 2 लाख 20 हजार 976 वोट मिले थे। जबकि दूसरे नंबर पर रहे संतोष गंगवार को 2 लाख 11 हजार 638 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर बसपा के इस्लाम साबिर अंसारी रहे। अंसारी को कुल 1 लाख 81 हजार 996 वोट मिले थे।

 एक नजर 2004 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 
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अगर बात साल 2004 लोकसभा चुनाव की करें, तो इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में बीजेपी के सांसद संतोष गंगवार ने अपना और बीजेपी का कब्जा बरकरार था। संतोष गंगवार ने बसपा के अकबर अहमद डम्पी को हराकर फिर से जीत दर्ज की थी। गंगवार को कुल 2 लाख 69 हजार 651 वोट मिले थे। जबकि बसपा के अकबर अहमद डम्पी को कुल 2 लाख 10 हजार 7 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस के प्रवीण सिंह ऐरन थे। प्रवीण सिंह को कुल 1 लाख 91 हजार 342 वोट मिले थे।

इस सीट पर बीजेपी सबसे अधिक सात बार जीत दर्ज कर चुकी है
बरेली लोकसभा उत्तर प्रदेश की सीट नंबर-25 है। ये सीट मुस्लिम, कुर्मी, दलित, ओबीसी और बनिया बहुल मानी जाती है। कुर्मी ओबीसी और वैश्य वोटों की ताकत के बल पर ही लंबे समय से इस सीट पर  बीजेपी का कब्जा है। साल 1952 से अब तक हुए आम चुनाव में इस सीट पर बीजेपी सबसे अधिक सात बार जीत दर्ज कर चुकी है। साल 1989 से लगातार बीजेपी के मौजूदा सांसद संतोष गंगवार विपक्षी दलों को पटखनी दे रहे थे और अपनी जीत की डबल हैट्रिक यहां से उन्होंने लगाई है। हालांकि इस बार उनको बीजेपी ने तीसरी हैट्रिक लगाने का मौका नहीं दिया है। वैसे इस सीट को फिलहाल बीजेपी का मजबूत गढ़ कहा जाता है। सपा और बसपा आज तक इस सीट पर जीत का करिश्मा नहीं कर सकीं हैं। आजादी के बाद लंबे समय तक देश की सत्ता पर काबिज रहने वाली कांग्रेस छह बार इस सीट को जीतने में कामयाब रही है। आखिरी बार कांग्रेस को इस सीट पर साल 2009 में जीत मिली थी। लेकिन उसके बाद हुए दोनों चुनाव में कांग्रेस की जमानत जब्त हुई है।

आम चुनाव 2024 की चुनावी जंग में बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद संतोष गंगवार का टिकट काट दिया है। संतोष के स्थान पर इस बार बीजेपी ने पूर्व विधायक छत्रपाल सिंह गंगवार को उम्मीदवार बनाया है। जबकि सपा ने पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन पर फिर से भरोसा जताया है। बसपा के इस सीट पर पूर्व विधायक छोटेलाल गंगवार को प्रत्याशी बनाने की चर्चा है। हाल ही में छोटेलाल ने हाथ का साथ छोड़कर हाथी की सवारी की है। ऐसे में इस बार बरेली सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं। जहां बीजेपी की ओबीसी और सवर्ण वोटों पर मजबूत पकड़ है। वहीं बसपा दलित-कुर्मी गठजोड़ के सहारे जीत तलाश रही है। सपा भी वैश्य, यादव और मुस्लिम वोटों की गोलबंदी से बरेली जीतना चाहती है। मगर इस सीट पर इस बार सपा-भाजपा-बसपा का चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा इस पर सभी की निगाहें लगी है। 


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Content Editor

Imran

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