अयोध्या: सरायरासी गांव के पास बनेंगा सबसे लंबा पुल, 67 किमी लंबे रिंग रोड में होंगें 11 अंडरपास
punjabkesari.in Friday, Dec 22, 2023 - 02:09 PM (IST)

अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में सरयू नदी पर प्रदेश का सबसे लंबा पुल बनेगा। यह पुल पूरा बाजार ब्लाक के सरायराशी गांव के पास बनाया जाएगा। रिंग रोड पर प्रस्तावित पुल की लंबाई 42 सौ मीटर है, हालांकि पुल के सर्वे में इसकी लंबाई, घटने या बढ़ने की संभावना राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक जताते हैं। बता दें कि सोहावल ब्लॉक में ढेमवाघाट के बाद मंगलसी एवं सदर तहसील के पूरा बाजार ब्लॉक में सरायरासी गांव के पास सरयू नदी पर पुल बनेंगे। सरयू नदी के ये दोनों पुल 65 किमी. लंबे रिंग रोड के प्रस्ताव का हिस्सा है।
67 किमी लंबे अयोध्या बाईपास फोरलेन में होंगे 11 अंडरपास
NHAI की रायबरेली इकाई, रिंग रोड निर्माण की कार्यदायी संस्था है। अयोध्या बाईपास (रिंग रोड) के लिए सरयू नदी पर जिन दो पुलों को प्रस्तावित किया गया है। उनमें से एक पुल यह भी है, जो सरायरासी गांव के पास बनेगा। दूसरा पुल सोहावल के ढेमवा घाट से करीब पांच सौ मीटर दूरी पर मंगलसी गांव की तरफ बनाया जाएगा। मंगलसी के पास प्रस्तावित पुल करीब 17 सौ मीटर लंबा है, जो गोंडा जिले को और सरायरासी के पास का सरयू पुल बस्ती जिले को जोड़ेगा। करीब 67 किमी लंबा अयोध्या बाईपास फोरलेन है, जिसमें 11 अंडरपास होंगे।
अयोध्या-गोरखपुर हाईवे से गोंडा अयोध्या व बस्ती जिले को इससे जोड़ेगा। हाईवे के किनारे गोंडा जिले के महेशपुर गांव से यह शुरू होगा। गोंडा का महेशपुर इसका शुरुआती प्वाइंट है, जो 26.05 किमी गोंडा में लंबा होगा। उसके बाद अयोध्या के सोहावल में मंगलसी से 26.5 किमी आगे सदर तहसील के सरायरासी गांव के पास तक इसकी कुल लंबाई 60.1 किमी है। सरयू नदी के उस पार बस्ती में इसकी लंबाई 60.1 से 66.5 किमी तक है। इससे करीब आधा किमी आगे यह अयोध्या-गोरखपुर हाईवे से जुड़ेगा। निर्माण के लिए टेंडर होने की जानकारी परियोजना निदेशक देते हैं।
टेंडर की वित्तीय व तकनीकी स्वीकृति के बाद निर्माण शुरू होगा। बुधवार को हुई अयोध्या विजन की बैठक में अयोध्या बाईपास भी एजेंडे का एक बिंदु रहा। एई विकल्प सिंह बैठक में शामिल हुए थे। टेंडर प्रक्रिया के बारे में बैठक में उन्होंने जानकारी दी। करीब 31 सौ करोड़ रुपये की यह परियोजना है। परियोजना शुरू करने के लिए दो तिहाई भूमि NHAI ने क्रय कर ली है। इसका निर्माण ढाई वर्ष में पूर्ण किया जाना है। जिले के सोहावल व सदर तहसील के 45, गोंडा के 29 व बस्ती जिले के 20 गांवों को जोड़ते हुए यह रोड अपना अंतिम पड़ाव तय करेगी।