Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ से मिली यूपी के धार्मिक पर्यटन को नई पहचान
punjabkesari.in Tuesday, Mar 04, 2025 - 03:49 PM (IST)

Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ 2025 ने उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन की नई संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं। अधिकृत सूत्रों ने बताया कि महाकुम्भ धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन के साथ संस्कृतियों के संगम का भी महा आयोजन था। देश के विभिन्न राज्यों ने अपने-अपने राज्यों की पर्यटन और संस्कृति से जुड़ी पहचान को प्रदर्शित करने वाले मंडप यहां बनाए। इनमें में उत्तर प्रदेश की संस्कृति और पर्यटन के विभिन्न आयामों को प्रदर्शित करने वाले यूपी दर्शन मंडपम में सबसे अधिक पर्यटकों ने रुचि दिखाई है।
65 लाख से अधिक विजिटर्स यूपी दर्शन मंडपम आए
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि महाकुम्भ में सामान्य दिनों में यूपी दर्शन मंडपम में प्रतिदिन एक लाख से अधिक विजिटर्स आए हैं। विशिष्ट स्नान पर्वों में यह आंकड़ा दो लाख से ऊपर पहुंच गया। 45 दिन चले इस महाकुम्भ में 65 लाख से अधिक विजिटर्स यूपी दर्शन मंडपम आए हैं जो महाकुम्भ के किसी भी पंडाल से अधिक हैं। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ ने यूपी के पर्यटन में अनंत संभावनाओं की विस्तार की बुनियाद प्रदान की है। धार्मिक पर्यटन की इसमें सबसे बड़ी भूमिका होने जा रही है। महाकुंभ के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने यहां पांच प्रमुख कॉरिडोर और पार्क विकसित किए हैं।
'कॉरिडोर जैसे पर्यटन स्थल हमेशा उपयोगी होते हैं'
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी का कहना है कि पर्यटन के दीर्घकालीन विस्तार के लिए कॉरिडोर जैसे पर्यटन स्थल हमेशा उपयोगी होते हैं। महाकुम्भ में पांच धार्मिक कॉरिडोर को विकसित किया गया, जिसने प्रयागराज में पर्यटन का पूरा स्वरूप बदल दिया है। प्रयागराज से विन्ध्याचल देवीधाम और फिर काशी को जोड़ने वाला प्रयाग- विन्ध्याचल-काशी कॉरिडोर, प्रयागराज को अयोध्या और गोरखपुर से जोड़ने वाला प्रयागराज-अयोध्या-गोरखपुर कॉरिडोर, प्रयागराज को लखनऊ के साथ नैमिषारण्य को जोड़ने वाला प्रयागराज-लखनऊ-नैमिषारण्य कॉरिडोर, प्रयागराज से चित्रकूट को जोड़ने वाला प्रयागराज-राजापुर -चित्रकूट कॉरिडोर और मथुरा वृन्दावन से शुकतीर्थ को जोड़ने वाला प्रयागराज-मथुरा-वृंदावन-शुकतीर्थ कॉरिडोर धार्मिक पर्यटन का आधार बनेगा।