PWD का गजब कारनामाः सड़क बनाने के दौरान बीच में ही छोड़ दिया आम का पेड़, आए दिन हो रहे हादसे

punjabkesari.in Sunday, Sep 25, 2022 - 05:17 PM (IST)

देवरियाः उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में लोक निर्माण विभाग का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां विभाग ने गांव जाने के लिए सड़क तो बनाई, लेकिन इसके बीचों-बीच लगे आम के पेड़ को ऐसे ही छोड़ दिया। बता दें कि विभाग ने 2010 में सड़क बनाई थी। इसके बाद सड़क का नवीनीकरण भी किया गया, लेकिन सड़क के बीच लगेवआम के पेड़ रास्ते से नहीं हटाया गया। इस पेड़ के कारण यहां कई बार सड़क हादसे हो चुके हैं और ज्यादातर रात के समय कई लोग दुर्घटना का शिकार हुए हैं।

12 साल से सड़क के बीच खड़ा है यह आम का पेड़
बता दें कि सदर तहसील के शहर से महज 3 किलोमीटर दूर पीपरपाती गांव के चिंतामन टोला जाने वाली सड़क के बिलकुल बीच में यह पेड़ है। जिसे PWD विभाग ने  2010 में सड़क बनाया था। हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि लगभग दस दिन पहले ही 1200 मीटर की सड़क का नवीनीकरण कराया गया है, जिसके दौरान सड़क के बीचों-बीच आम के पेड़ को यूं ही छोड़ दिया गया है। वहीं, सड़क को बने हुए बारा साल हो गए है न तब पेड़ को किसी को दिखाई दिया और अब नवीनीकरण  के दौरान भी इंजीनियर ने पेड़ कटवाने की जहमत नहीं उठाई।

PWD विभाग के अफसर ने कहा कि परमिशन मिलते ही पेड़ को कटवा दिया जाएगा
वहीं, जब इस बारे में PWD के बड़े अफसर से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने चुपी साध ली, लेकिन यह जरूर बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। जिसकी जानकारी उन्होंने विभाग के जेई अनिल यादव दे प्राप्त की है और इस मामले में वन विभाग को भी एक पत्र लिख कर भेज दिया गया है। परमिशन मिलते ही पेड़ को कटवा दिया जाएगा।

2010 में बनाई गई थी सड़क
इस मामले में जानकारी देते हुए एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आरके सिंह ने बताया कि यह 1200 मीटर की सड़क की चौड़ाई 3 मीटर है। यह सड़क साल 2010 में बनी थी, तभी से यह पेड़ यहां लगा रहने दिया गया। उन्होंने बताया कि इस सड़क का नवीनीकरण 10 लाख रुपये की लागत से कराया गया है। इसे लेकर वन विभाग को पत्र लिखा गया है। जैसे ही वहां से परमिशन मिलती है, पेड़ को कटवा दिया जाएगा।

वहीं, चिंतामन गांव के निवासी योगेंद्र यादव ने बताया कि हालांकि पेड़ को नहीं काटना चाहिए, लेकिन इससे कई तरह की सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिस कारण इसे काटना बेहद जरूरी है। साथ ही एक अन्य शख्स ने बताया कि कुछ लोग इस बात से सहमत नहीं है कि पेड़ को काटा जाना चाहिए, लेकिन कुछ लोग इस बात के पक्ष में हैं।
 


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Content Editor

Harman Kaur

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