भारत जोड़ो यात्रा की चिट्ठी पर Mayawati ने राहुल गांधी को दिया धन्यवाद, यात्रा में शामिल होने पर साधी चुप्पी!

punjabkesari.in Monday, Jan 02, 2023 - 05:15 PM (IST)

लखनऊ, Mayawati: भारत जोड़ो यात्रा के उत्तर प्रदेश में प्रवेश से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने उसमें शामिल होने के लिए उन्हें पत्र लिखने के लिए सोमवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को धन्यवाद दिया। मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर कहा,''भारत जोड़ो यात्रा के लिए शुभकामनाएं तथा राहुल गांधी द्वारा इस यात्रा में शामिल होने की लिखी गई चिट्ठी के लिए उनका धन्यवाद।'' इस बात की कोई जानकारी नहीं हैं कि राहुल गांधी की इस यात्रा में बसपा सुप्रीमो शामिल होंगी या नहीं । बसपा नेता ने इस बारे में ट्वीट के माध्यम से भी कोई जानकारी नहीं दी है । इससे पहले समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भी राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर यात्रा में आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद कह चुके हैं ।

भारत जोड़ो यात्रा, वर्तमान में शीतकालीन अवकाश पर है
राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा, वर्तमान में शीतकालीन अवकाश पर है और तीन जनवरी को फिर से शुरू होगी। राहुल की यह यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी में शुरू हुई थी, और वह अब तक 10 राज्यों के माध्यम से 2,800 किमी से अधिक दूरी तय कर चुकी है । इस महीने कश्मीर में वह समाप्त होगी । यात्रा तीन जनवरी की दोपहर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में प्रवेश करेगी और बागपत के मविकला गांव में रात को विश्राम करेंगी । ये चार जनवरी को उत्तर प्रदेश के शामली से गुजरेगी और पांच जनवरी की शाम पानीपत के सनौली होते हुए हरियाणा में प्रवेश करेगी।

चुनाव में ओबीसी आरक्षण समाप्त
बता दें कि उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण कोर्ट द्वारा समाप्त किए जाने के बाद सियासत तेज है।  मायातवी ने  कहा कि जहां तक लोगों को जोड़कर भारत को असली भारत बनाने के लिये यज्ञ की बात है तो यह काम बसपा ने सभी 85 प्रतिशत शोषितों-पीड़ितो व उपेक्षितों को बहुजन समाज की शक्ति में जोड़ कर काफी पहले से शुरू कर दिया है, लेकिन इसकी स्थापना में सबसे बड़ी चुनौती आरक्षण को लागू करने को लेकर संविधान बनने से लेकर आज तक बनी हुई है। इस मामले में कांग्रेस, भाजपा व समाजवादी पार्टी सहित कोई भी विरोधी पार्टी आरक्षण के साथ इस संवैधानिक उत्तरदायित्व के प्रति ईमानदार नहीं है। यही आज तक का कड़वा इतिहास है।   उन्होंने कहा कि एससी व एसटी के आरक्षण को लागू करने के मामले में ही नहीं बल्कि ओबीसी के आरक्षण को लेकर भी इन पाटिर्यों का रवैया अति जातिवादी व क्रूर देखने को मिला है। कांग्रेस ने केन्द्र में अपनी सरकार के लम्बे दौर के रहते हुए भी पिछड़ों के आरक्षण सम्बन्धी मण्डल कमीशन की रिपोटर् को लागू नहीं होने दिया। साथ ही, एससी व एसटी के आरक्षण को भी निष्प्रभावी बना दिया और अब भाजपा भी इस मामले में जगजाहिर तौर पर कांग्रेस के पदचिन्हों पर ही चलकर बहुजनों के आरक्षण के हक को मारने का भी घोर अनुचित काम रही है।

सपा ने एससी व एसटी पदोन्नति में आरक्षण खत्म किया
बसपा सुप्रीमो ने कहा किदेश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में सपा की रही सरकार ने भी खासकर अति-पिछड़ों को पूरा हक नहीं देकर इनके साथ हमेशा छल करने का ही काम किया है। सपा ने एससी व एसटी का पदोन्नति में आरक्षण को खत्म कर दिया। इससे सम्बन्धित बिल को सपा ने संसद में फाड़ दिया तथा इसेे पास भी नहीं होने दिया। इसके साथ ही, इस पार्टी (सपा) ने ओबीसी की 17 अति-पिछड़ी जातियों को ओबीसी वर्ग की सूची से हटाकर एससी वर्ग में शामिल करने का गैर-संवैधानिक कार्य करके इन वर्गों के लाखों परिवारों को ओबीसी आरक्षण से वंचित कर दिया, क्योंकि सपा सरकार द्वारा ऐसे करने का अधिकार नहीं होने के बावजूद भी यह गलत कदम उठाने पर वे सभी जातियाँ न ओबीसी में ही रह पायीं और ना ही एससी में उन्हें शामिल किया जा सका। ऐसे कदम पर सपा सरकार को कोटर् की फटकार अलग लगी, जबकि बी.एस.पी. सरकार में एससी व एसटी के साथ-साथ अति-पिछड़ों व पिछड़ों को भी आरक्षण का पूरा हक एव आदर-सम्मान भी दिया गया। इसके साथ ही, दलित व अन्य पिछड़े वर्गों में समय-समय पर जन्मे व हमेशा तिरस्कृत रहे महान संतो, गुरुओं एवं महापुरुषों को आदर-सम्मान देने में बसपा सरकार ने पर्यटकों के आकर्षण के केन्द्र भव्य स्थल, पाकर् व अन्य संस्थान स्थापित किए व नए जिले आदि बनाए। उनकी उपेक्षा व नामान्तरण आदि जातिवादी मानसिकता वाली सपा सरकार में जारी रहे।


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Content Writer

Ramkesh

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