महाकुंभ में स्नान करेंगे अब्दुल्ला और नौशाद अहमद दुबे, हिंदू सरनेम लगाकर चर्चा में आए थे कई मुस्लिम परिवार...जानें इनकी सच्चाई
punjabkesari.in Friday, Dec 27, 2024 - 04:52 PM (IST)

जौनपुर: यूपी के जौनपुर जिले में कई ऐसे मुस्लिम परिवार हैं जो हालही में अपने नाम के आगे हिंदू सरनेम लगाना शूरू किए हैं। अब यह भी खबर आ रही वे सभी परिवार प्रयागराज महाकुंभ में संगम स्नान की तैयारी भी कर रहे हैं। डेहरी गांव में रहने वाले नौशाद अहमद दुबे का कहना है कि महाकुंभ में संगम स्नान के लिए जाना सम्मान की बात है। कुंभ तो भारतीय संस्कृति, सभ्यता की पहचान है। इसी तरह अब्दुल्ला दुबे ने बताया कि वह विशाल भारत संस्थान के एक कार्यकर्ता हैं। मैं महाकुंभ में अवश्य जाऊंगा।
वहीं, नौशाद अहमद दुबे के मुताबिक, उदासीन अखाड़ा ने कहा है कि डेहरी के कुछ लोगों और विशाल भारत संस्थान से जुड़े सदस्यों को महाकुंभ में संगम स्नान के लिए निमंत्रण भेजेंगे। यह कदम समाज में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने वाला होगा। भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जुड़ने से ना केवल समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा और प्रेरणा का काम करेगा।
जानिए नाम के आगे हिंदू उपनाम लगाने की कहानी
पिछले दिनों अचानक जौनपपुर का एक गांव चर्चा का विषय बन गया था। यहां पर एक साथ 30 से 40 मुस्लिम परिवार के लोग अपने नाम के आगे अचानक से दुबे, तिवारी, मिश्रा जैसे टाइटल लगाने लगे। इस घटना की खबर जिसकी कानों तक गई वह सुनकर हैरान रह गया। सवाल यह था कि वह घर वापसी तो कर रहे थे लेकिन मुस्लिम नाम के आगे हिंदू के सामान्य जातियों के उपनाम लगाने लगे। जब इस घटना की सच्चाई जानी गई तो पता चला कि इन सभी मुस्लिम परिवारों के पूर्वज हिंदू थे बाद वह मुस्लिम धर्म अपना लिए अब फिर से वे सभी लोग घर वापसी करना चाहते हैं।
सातवीं पीढ़ी पंडित था
वहीं, खुद का परिचय नौशाद दुबे बताने वाले व्यक्ति ने दावा किया है कि उसके सात पीढ़ी पहले के पूर्वज पंडित थे। उसने बताया कि नौशाद के पूर्वज आजमगढ़ से आए थे। पूवर्ज के बारे में जानकारी होने पर उन्होंने कहा कि एक हिंदू संस्था से जुड़कर हिंदू-मुस्लिम धर्म के बीच एक सौहार्द के माहौल में रह रहे हैं। गांव के दूसरे निवासी सैय्यद शांडिल्य, अब्दुल्लाह दुबे, इरशाद पांडेय, ठाकुर गुफरान और इसरार अहमद दुबे का कहना है कि हम सभी से अपील करेंगे कि अपनी जड़ों से जुड़ें।