GRP के हाथ लगी सफलता: Odisha के DRM की बेटी के चोरी हुए जूते ढूंढ निकाले, करनी पड़ी कड़ी मशक्कत
punjabkesari.in Wednesday, Feb 15, 2023 - 05:51 PM (IST)

मुरादाबाद (सागर रस्तोगी): उत्तर प्रदेश के बरेली में गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। दरअसल ओडिशा (Odisha) के डिविजनल रेलवे मैनेजर (DRM) की बेटी के खोए हुए जूते GRP ढूंढ निकाले हैं। बताजा जा रहा है कि बरेली जीआरपी पुलिस अधिकारियों ने जूते चोरी की घटना का संज्ञान में आते ही अज्ञात आरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। वहीं, अब पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर जूता ढूंढ निकाला है।
जानें क्या था पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, 4 जनवरी को उड़ीसा (Odisha) के DRM विनीत सिंह (Vineet Singh) की बेटी मानवी सिंह (Manvi Singh) अपने परिजन के साथ लखनऊ मेल के कोच न एच-1 में सवार होकर दिल्ली से लखनऊ जा रही थी। इसी दौरान किसी ने मानवी सिंह के जूते चोरी कर लिए थे। बताया जा रहा है कि डीआरएम की बेटी के बगल वाली सीट पर बैठी महिला ने जूते चुराए थे। चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद महिला बरेली जंक्शन पर उतर गई थी। घटना के बाद डीआरएम ने सबलपुर जीआरपी में जूता चोरी होने की शिकायत दी थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। वहीं, पुलिस को जैसे ही पता चला कि आरोपी महिला बरेली जंक्शन पर उतरी है तो पुलिस ने तुरंत ही शिकायत बरेली ट्रांसफर कर दी गई थी।
ये भी पढ़े....Noida News: हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट न लगाने पर भरना होगा 5 हजार जुर्माना, 16 फरवरी से चलेगा अभियान
क्या कहती है पुलिस?
इस मामले में जानकारी देते हुए एसपी जीआरपी अपर्णा गुप्ता ने बताया कि एक जूते चोरी होने की शिकायत हमको प्राप्त हुई थी। सबलपुर जीआरपी की ओर से हमें बताया गया कि लखनऊ मेल में एक फैमिली ट्रेवल कर रही थी, जिसमें एक बेटी भी साथ में थी और बेटी का जूता चोरी हो गया था। जूता चोरी होने की शिकायत सबलपुर जीआरपी थाने को दी गई थी। शिकायत पर तत्काल जीआरपी बरेली के द्वारा मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही थी।
10 हजार रुपए थी जूतों की कीमत
बता दें कि ट्रेन में रेलवे अधिकारी की बेटी के महंगे जूते चोरी होने के मामले में 2 डिवीजन की पुलिस पिछले एक महीने से लगी हुई थी। वहीं, अब कड़ी मशक्कत के बाद GRP पुलिस ने जूते ढूंढ लिए है। दरअसल घटना विगत 4 जनवरी 2023 की है। बताया जा रहा है कि जूतों की कीमत लगभग 10 हजार रुपए है।
ये भी पढ़े....कानपुर देहात मामले में DM ने PCS जेपी गुप्ता को दिए Magisterial जांच के आदेश
पेशे से डॉक्टर बताई जा रही है आरोपी महिला
बताया जा रहा है कि जिस सीट पर रेलवे अधिकारी की बेटी का टिकट पंजीकृत था उसी सीट के बराबर में महिला डॉक्टर का टिकट भी था। इसी टिकट के आधार पर महिला की तलाश शुरू की और कई दिनों की तलाश के बाद महिला को तलाशने में पुलिस कामयाब हुई। जानकारी के मुताबिक महिला इस समय पेशे से डॉक्टर हैं और बरेली में ही चिकित्सक सेवाएं दे रही हैं। वह मूल रूप से ओडिशा की निवासी बताई जा रही है। पूछताछ में महिला ने इस बात को कबूल करते हुए गलती से जूते पहनकर आने की बात कही है।