CM सिटी गोरखपुर में ऑक्सीजन की किल्लत, सिलेंडर लेने आए लोगों की आंखों में मायूसी के आंसू
punjabkesari.in Friday, Apr 23, 2021 - 02:46 PM (IST)

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में कोरोना को लेकर हाहाकार मचा है, चारो तरफ चीख पुकार मची हुई। श्मशान में भी लाशों की कतार है, अस्पतालों में बेड नहीं है, दुकानों में दवाइयां भी नहीं है, सरकारी तंत्र पूरी तरह फेल नजर आ रहा है। वहीं मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर का भी हाल कुछ ऐसा ही है। पाबंदी पर पाबंदी थोपी जा रही है। बेड ऑक्सीजन और दवाइयों का इंतजाम नहीं हो पा रहा है लोग सहमे हैं दवाइयों की दुकानों पर कोरोना संक्रमण की जरूरी दवा जैसे रेमेडी सीवर इंजेक्शन और फेबि फ्लू दवा मौजूद नहीं हैं। हालांकि ऑक्सीजन देने वाले मोदी केमिकल के मालिक का कहना है कि लोग स्टोर कर रहे हैं प्राइवेट अस्पताल वाले भी स्टोर कर रहे हैं इसलिए ऑक्सीजन की कमी पड़ रही है लेकिन ऑक्सीजन लेने आए कतारों में लगे लोग की आंखों में आंसू है उनके घरों में मौजूद मरीज को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है फिर भी ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है।
सूत्रों की मानें तो इस आपदा की घड़ी को कुछ लोग अवसर में बदलने की कोशिश में लगे हुए है। ऑक्सीजन सप्लाई कंपनी की माने तो लोग ऑक्सीजन सिलेंडर को जमाखोरी करने में लगे है। नेता, मंत्री, पुलिस, सब के सब पॉजिटिव हो रहे हैं लेकिन जिम्मेदारों की आंखों पर लगी अंधेर गर्दी की पट्टी उत्तर नहीं रही है सीएम योगी, नवनीत सहगल बड़े-बड़े स्टाफ पॉजिटिव हो गए हैं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख आलोक कुमार, श्रम विभाग के एसीएस सुरेश चंद्र, नगर विभाग के एसीएस, ऐसे तमाम अफसरों को करोना ने अपनी चपेट में ले लिया है। विश्व गुरु बनने की बात कहने वाले लोग आपदा की घड़ी में ऑक्सीजन तक नहीं दे पा रहे हैं इससे बड़ा संकट देश के लिए क्या हो सकता है। वही गोरखपुर में कोरोना संक्रमण के लिए जरूरी रेमिडिसिवर इंजेक्शन और फेबिफ्लू दवाई तक लोगों को नहीं मिल पा रहा है इस बात की पुष्टि ड्रग इंस्पेक्टर और दवा विक्रेता समिति के महामंत्री कर रहे हैं, की दवाइयों की कमी है लेकिन कमी को पूरा कर लिया जाएगा बहुत जल्द दवाइयां रही हैं, लेकिन आते-आते कहीं बहुत देर ना हो जाए।