प्रतापगढ़ में हड़कंप! जेल से चलता था करोड़ों का ड्रग नेटवर्क, ₹2 करोड़ कैश और स्मैक बरामद — 22 घंटे तक नोट गिनती रह गई पुलिस

punjabkesari.in Monday, Nov 10, 2025 - 07:06 AM (IST)

Pratapgarh News: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में पुलिस ने ड्रग माफिया के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। मानिकपुर थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो जेल के अंदर से ही नशे का कारोबार चला रहा था। इस छापेमारी में पुलिस को ₹2 करोड़ 1 लाख 55 हजार 345 रुपए कैश, 6.075 किलो गांजा और 577 ग्राम स्मैक (हेरोइन) मिली। बरामद कैश की गिनती में पुलिस को 22 घंटे का समय लगा। यह पुलिस इतिहास में ड्रग केस से जुड़ी सबसे बड़ी नकद बरामदगी बताई जा रही है।

अतीक-अशरफ पर कार्रवाई करने वाले अफसर ने दी यह सफलता
इस बड़ी कार्रवाई का नेतृत्व एसपी दीपक भूकर ने किया। वे वही अधिकारी हैं जिन्होंने पहले प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और अशरफ पर सख्त कार्रवाई की थी। उनके निर्देश पर पुलिस ने जेल में बंद तस्कर राजेश मिश्रा के घर छापा मारा। इस दौरान पुलिस ने रीना मिश्रा (राजेश की पत्नी), विनायक मिश्रा (बेटा), कोमल मिश्रा (बेटी), अजीत कुमार मिश्रा (रिश्तेदार) और यश मिश्रा को गिरफ्तार किया।

जेल से चल रहा था ड्रग नेटवर्क
जांच में पता चला कि राजेश मिश्रा, जो इस समय जेल में बंद है, वहीं से फोन और मुलाकात के जरिए अपने परिवार को निर्देश देता था। उसका पूरा नेटवर्क गांव और आसपास के जिलों तक फैला हुआ था। यह गिरोह गांजा और स्मैक की तस्करी से करोड़ों रुपए कमा चुका था और अवैध संपत्ति भी खड़ी कर ली थी।

छापेमारी के दौरान घर में छिपे मिले आरोपी
जब पुलिस टीम मानिकपुर के मुन्दीपुर गांव स्थित राजेश मिश्रा के घर पहुंची, तो उसकी पत्नी रीना मिश्रा ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। जब पुलिस ने दरवाजा खुलवाया, तो पांच लोग अंदर काले पन्नियों में नशे का माल छिपाने की कोशिश कर रहे थे। तलाशी के दौरान लाखों रुपए की नकदी और नशे का सामान मिला। पुलिस ने बताया कि यह घर ही गिरोह का तस्करी ठिकाना बना हुआ था।

फर्जी दस्तावेजों से कराई गई थी जमानत
पुलिस जांच में बड़ा खुलासा हुआ कि रीना मिश्रा और उसका बेटा विनायक मिश्रा ने राजेश मिश्रा की जमानत फर्जी कागजातों से कराई थी। उन्होंने अदालत में एक व्यक्ति के नाम से झूठे दस्तावेज जमा कराए और धोखाधड़ी से जमानत स्वीकृत करा ली। इस मामले में अब पुलिस ने बीएनएस की धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 3(5), 61(2), 234, 235 के तहत केस दर्ज किया है।

पहले भी कुर्क हो चुकी है करोड़ों की संपत्ति
राजेश और रीना मिश्रा की संपत्तियां पहले भी कुर्क की जा चुकी हैं। पुलिस ने उनकी ₹3 करोड़ 6 लाख 26 हजार 895.50 रुपए की चल-अचल संपत्ति पहले ही जब्त कर ली थी। राजेश मिश्रा और उसके परिवार पर गैंगेस्टर एक्ट और एनडीपीएस एक्ट समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं। उनका बेटा विनायक मिश्रा भी पहले ड्रग्स केस में गिरफ्तार हो चुका है।

अब तक की सबसे बड़ी पुलिस कार्रवाई
एसपी दीपक भूकर के नेतृत्व में की गई यह कार्रवाई मानिकपुर थाना क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग माफिया कार्रवाई मानी जा रही है। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर ड्रग्स की सप्लाई करता था और आसपास के जिलों तक इसका नेटवर्क फैला था। बरामदगी की कुल कीमत ₹3 करोड़ से अधिक आंकी गई है।

एसपी बोले – नशे के कारोबारियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा
एसपी दीपक भूकर ने कहा कि यह कार्रवाई संगठित अपराध और नशे के नेटवर्क को खत्म करने के अभियान का हिस्सा है। उन्होंने चेतावनी दी कि नशे के कारोबारियों पर अब लगातार सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस अब गिरोह से जुड़ी अन्य संपत्तियों और सहयोगियों की तलाश में जुट गई है।

बरामदगी का पूरा ब्यौरा
सामान                       मात्रा                                         कीमत
कैश                         ₹2,01,55,345                                    —
गांजा                     6.075 किलो                                ₹3,03,750
स्मैक (हेरोइन)                577 ग्राम                                ₹1,15,40,000
कुल अनुमानित कीमत    —                                     ₹3 करोड़ से अधिक

गिरफ्तार आरोपी
- रीना मिश्रा (40 वर्ष) – पत्नी राजेश मिश्रा, निवासी मुन्दीपुर
- विनायक मिश्रा (19 वर्ष) – पुत्र राजेश मिश्रा
- कोमल मिश्रा (20 वर्ष) – पुत्री राजेश मिश्रा
- अजीत कुमार मिश्रा (32 वर्ष) – पुत्र पवन कुमार मिश्रा
- यश मिश्रा (19 वर्ष) – पुत्र अजीत कुमार मिश्रा

पुलिस की निगरानी में पूरा नेटवर्क
पुलिस ने कहा है कि गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश जारी है। मानिकपुर पुलिस और जिला प्रशासन अब उनकी संपत्तियों की जांच कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से जिले में नशे की तस्करी करने वाले नेटवर्क की कमर टूट गई है, और यह ऑपरेशन आगे भी जारी रहेगा।


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Content Editor

Anil Kapoor

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