माता-पिता सबसे बड़े आदर्श, उन्हें कभी भी नहीं भूलें: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

punjabkesari.in Saturday, Nov 26, 2022 - 07:51 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में शनिवार को डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय का बीसवां दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ और राज्यपाल ने स्नातक के 92 तथा परास्नातक के नौ मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल प्रदान किये। जबकि 81 छात्र-छात्राओं की पीएचडी की उपाधि प्रदान की गयी। विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 48000 छात्र-छात्राओं को प्रथम बार डिजीटल डिग्री प्रदान की गयी। समारोह को सम्बोधित करते हुए कुलाधिपति ने कहा कि आप सभी जीवन में सत्य का आचरण करने का संकल्प लें और ‘सत्यमेव जयते‘ को अपना ध्येय वाक्य बनाए क्योंकि आचार-विचार एवं सोच बहुत मायने रखती है। उन्होंने कहा कि आप कहीं भी कार्यरत हों, ईमानदारी से कार्य करें और इसकी प्रेरणा अन्य लोगों को भी दें।

माता-पिता आपके सबसे बड़े आदर्श हैं, उन्हें कभी भी नहीं भूलें
राज्यपाल ने कहा कि आप के माता-पिता आपके सबसे बड़े आदर्श हैं, उन्हें कभी भी नहीं भूलें, उन्होंने आपको इस लायक बनाया। उनके समर्पण को समझें और माता-पिता के सम्मान को हमेशा बनाये रखें। श्रीमती पटेल ने वृद्धाश्रम भ्रमण का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी शिक्षा कोई महत्व नहीं रखती, जो अपने वृद्ध माता-पिता को वृद्धाश्रम भेज दें। उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं से संकल्प लेने का आह्वान किया और कहा कि हर हाल में अपने माता-पिता की सेवा करेंगे। राज्यपाल ने कहा कि तकनीकी शिक्षा के अध्ययन में रोजगार एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। मुझे प्रसन्नता है कि विश्वविद्यालय का ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल सक्रिय रूप से औद्योगिक प्रतिष्ठानों से सामंजस्य स्थापित करते हुए रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रहा है।

पूरी निष्ठा, ईमानदारी से कार्य करें छात्र-छात्राएं
उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे जहां पर भी कार्य करें, पूरी निष्ठा, ईमानदारी और गुणवत्ता के साथ कार्य करें तथा कार्य स्थल पर निचलें स्तर पर कार्यरत स्टाफ के प्रति हमेशा मानवीय संवेदनाएं बनाएं रखें। कुलाधिपति ने कहा कि गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए यह अत्यंत आवश्यक हो जाता है कि संस्थानों का राष्ट्रीय एवं अन्तररष्ट्रीय स्तर पर मानकीकरण किया जाए। हाल ही के वर्षों में विभिन्न विश्वविद्यालय द्वारा इस दिशा में सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहती हूं कि विश्वविद्यालय इस दिशा में उच्च मानक प्राप्त संस्थानों से एमओयू कर शिक्षा की गुणवत्ता में उत्तरोत्तर सुधार करें।'' राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश का नवाचार अर्थशास्त्र और उपयोगिता का एक बड़ा मिश्रण है। भारत में स्टाटर्अप के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, हेल्थ केयर, आटिर्िफशियल इंटेलिजेंस और अन्य बहुत से क्षेत्र हैं। इन सभी स्टाटर्अप को विशिष्ट भारतीय ब्रांडों का सृजन करना चाहिए, इससे भविष्य में विश्व बाजारों में अपना स्थान बना सकते हैं।
 


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Content Writer

Ajay kumar

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