मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के लोगों ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि का किया भ्रमण, मुस्लिम उलेमाओं से की ये अपील

punjabkesari.in Thursday, Aug 12, 2021 - 01:53 PM (IST)

मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा में गुरूवार मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के लोगों ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर दर्शन किये और श्रीकृष्ण जन्मस्थान के बराबर मौजूद शाही ईदगाह को किसी शासक के आतातायी का परिणाम बताते हुए उस कार्य की निंदा की। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के लोगों ने यहां तक कहा कि हमारे 115 करोड़ सनातनी भाईयों को इस मस्जिद से ठेस पहुँच रही है। इसी वजह से हिंदुस्तान के मुसलमान भाईयों को आगे आकर इस स्थान को देखना चाहिए और स्वत: निर्णय लेना चाहिए कि यह मस्जिद जायज है या नाजायज।

PunjabKesari
इतना ही नहीं मोहम्मद मजहर खान जो मुस्लिम राष्ट्रीय मंच में मदरसे का काम देखते है ने उलेमाओं से अपील करते हुए कहा की  वह श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर आए और बीच में जो शाही ईदगाह मौजूद है उसको देखे और जो सच दिख रहा है उस सच्चाई को आवाम को बताएं। उन्होंने साफ किया कि शाही ईदगाह जन्मभूमि के बीच में उस जमाने के आक्रामक शासककारी था उसने बनाया है और कहीं न कहीं हमारे सनातनी भाईयों की आस्था को ठेस पहुँचाया है। मोहम्मद मजहर खान यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि मस्जिद को देख लगता है कि किसी की आत्मा को झझोर देने के लिए इसका निर्माण हुआ है। अब इसका आपसी सहयोग सद्भाव से हल निकाले।

PunjabKesari
उधर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक ठाकुर राजा रईस ने कहा कि आज जन्मस्थान की इस वर्तमान अवस्था को देखकर अत्यधिक आहत हुआ हूँ और पवित्र क़ुरआन में एक लाख चौबीस हजार  नबियों के आने का जिक्र हुआ है उन्हीं पवित्र नबियों में से भगवान श्री कृष्ण भी है एक नबी हैं, जोकि वर्तमान इस्लाम की पुर्नस्थापना से साढ़े तीन हजार वर्ष पहले इस धरती पर आकर शैतानी प्रवृत्ति वाले कार्यों रूपी फिरौन का वध कर धरती पर शान्ति का सन्देश दिया। ठाकुर ने कहा कि हमलावरों द्वारा राजनीतिक विजय के प्रत्यक्ष प्रर्दशन ईदगाह के रूप में एक अरब पन्द्रह करोड़ लोगों की आस्था पर प्रहार एक विशेष वर्ग के द्वारा हो रहा है। ठाकुर साहब ने भारत के  मुसलमानों से अपील की है कि आप द्वारा फैलाई गई वैमनस्यता, रूढ़िवादी व्यवस्था और कट्टरता से बाहर निकल कर जिस प्रकार से अयोध्या में राममन्दिर बनाकर आप दोषमुक्त हुए हो उसी प्रकार से पवित्र जन्मभूमि से ईदगाह को हटाकर अपने पुर्वज का जन्मस्थान को भव्यनिर्माण में अपना सहयोग व योगदान दें।

इस अवसर पर राष्ट्रीय संयोजक सूफी संत लल्लू अंसारी साहब, राष्ट्रीय संयोजक मदरसा प्रकोष्ट मजाहिर खान साहब, सिराज अहमद संगठन महा मंत्री तुषार कांत, अब्दुल समद डॉ जितेंद्र गौतम, प्रदेश संयोजक सेवा प्रकोष्ट भी मौजूद थे। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के लोगों के जन्मभूमि दर्शन और बयान के बाद मुस्लिम समाज के लोग इससे कितना इकतेफाक रखते है यह तो आने वाला समय बताएगा। लेकिन इतना तो तय है कि जब केशव मौर्य से वृन्दावन दर्शन के दौरान पूछा गया कि 2022 में किसके चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा तो केशव मौर्य ने कहा बिहारी जी के चेहरे पर और अब मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के लोगो द्वारा दिए गए जबाबों ने एक नए सवाल को जन्म जरूर दे दिया है। वहीं न्यायालय में चल रहे शाही ईदगाह व श्री कृष्ण विराजमान कर मामले को भी नई दिशा दे दी है।

गौरतलब है कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच राष्ट्रवादी मुस्लिमों का संगठन है। यह संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा का संगठन है। इस संगठन को विश्व का सबसे अच्छा संगठन होने का गौरव प्राप्त है। इसके राष्ट्रीय संयोजक मुहम्मद अफजल हैं एवं मार्गदर्शक का काम इंद्रेश कुमार के हाथों में है ।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Umakant yadav

Recommended News

Related News

static