8 नवंबर से तेज रफ्तार का नया दौर: PM मोदी 4 नई वंदे भारत ट्रेनों को दिखाएंगे हरी झंडी, बनारस से बेंगलुरु तक सफर होगा और भी आसान!
punjabkesari.in Friday, Nov 07, 2025 - 10:42 AM (IST)
Varanasi News: भारतीय रेलवे की सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का नेटवर्क लगातार बढ़ता जा रहा है। अब इस परिवार में चार नई वंदे भारत ट्रेनों का इजाफा होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 नवंबर को वाराणसी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन चारों नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे।
कौन-कौन सी नई वंदे भारत ट्रेनें शुरू होंगी?
रेलवे के मुताबिक, ये चार ट्रेनें देश के अलग-अलग हिस्सों में चलेंगी —
बनारस – खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस
लखनऊ – सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
फिरोजपुर – दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस
एर्नाकुलम – बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नई ट्रेनों से यात्रियों का समय बचेगा, कनेक्टिविटी सुधरेगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
बनारस–खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस
यह ट्रेन धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत खास मानी जा रही है। यह बनारस से खजुराहो तक सीधी कनेक्टिविटी देगी और लगभग 2 घंटे 40 मिनट का समय बचाएगी। इस रूट पर वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो जैसे धार्मिक शहर पड़ते हैं। रेलवे का कहना है कि यह ट्रेन तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए एक आरामदायक और तेज़ सफर का नया विकल्प बनेगी।
लखनऊ–सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के भीतर तेज़ सफर के लिए खास होगी। लखनऊ से सहारनपुर के बीच यह ट्रेन लगभग 7 घंटे 45 मिनट में दूरी तय करेगी, जबकि अभी यही सफर 8 घंटे से ज़्यादा लेता है।रूट में आने वाले शहर — सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर के यात्रियों को इसका सीधा फायदा मिलेगा। यह ट्रेन हरिद्वार जाने वालों के लिए भी नया विकल्प बनेगी।
फिरोजपुर–दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस
यह ट्रेन पंजाब और दिल्ली के बीच तेज कनेक्शन देगी। फिरोजपुर से दिल्ली का सफर यह ट्रेन केवल 6 घंटे 40 मिनट में पूरा करेगी। इस रूट पर फिरोजपुर, बठिंडा, पटियाला और दिल्ली जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इससे व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों को रफ्तार मिलेगी और सीमावर्ती इलाकों से राजधानी तक की यात्रा आसान होगी।
एर्नाकुलम–बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस
दक्षिण भारत के यात्रियों के लिए यह नई ट्रेन बड़ी सौगात है। एर्नाकुलम से बेंगलुरु का सफर अब 2 घंटे से अधिक कम हो जाएगा। यह दूरी ट्रेन लगभग 8 घंटे 40 मिनट में तय करेगी। यह मार्ग केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच व्यापार, शिक्षा और आईटी सेक्टर के लिए बेहद अहम है। रेलवे का कहना है कि यह ट्रेन छात्रों, प्रोफेशनल्स और पर्यटकों के लिए बड़ी राहत लाएगी।
वंदे भारत ट्रेन: रफ्तार और आराम का नया चेहरा
वंदे भारत एक्सप्रेस को भारतीय रेलवे की सेमी हाई स्पीड सेवा कहा जाता है। इन ट्रेनों की गति 160 किमी प्रति घंटा तक जा सकती है। फिलहाल देश में 50 से अधिक वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं और रेलवे का लक्ष्य है कि अगले एक साल में यह संख्या 75 से ज्यादा हो जाए।
इन ट्रेनों में दी गई हैं आधुनिक सुविधाएं —
एयरलाइन जैसी रीक्लाइनिंग सीटें
स्वचालित दरवाजे
जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली
बेहतर सस्पेंशन और स्मूद राइड
यात्री कहते हैं कि वंदे भारत ट्रेनें शताब्दी और राजधानी से भी ज्यादा आरामदायक हैं।
वंदे भारत का फैलता नेटवर्क
वंदे भारत एक्सप्रेस अब देश के लगभग हर हिस्से में पहुंच चुकी है। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, वाराणसी, भोपाल, गुवाहाटी, देहरादून, पुरी, अहमदाबाद और इटानगर जैसे शहरों के बीच ये ट्रेनें पहले से दौड़ रही हैं। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, वंदे भारत का मकसद सिर्फ तेज़ सफर नहीं, बल्कि समय पर और भरोसेमंद यात्रा सुनिश्चित करना है। इन ट्रेनों में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो इस सेवा की लोकप्रियता और भरोसे को दर्शाता है।

