बसों पर सियासत तेजः पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने 2 बसों की दी सौगात, प्रियंका गांधी को दिखाया आईना
punjabkesari.in Monday, May 25, 2020 - 06:11 PM (IST)
गाजीपुरः यूपी में प्रवासी मजदूरों के पलायन पर राजनीति गर्माई हुई है। मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस के द्वारा पिछले दिनों एक हजार बसों का शिगूफा छोड़ा गया। जिसे प्रदेश सरकार ने कई तरह की खामियां निकालकर उनकी राजनीत पर विराम लगा दिया। तो वहीं ईद के मौके पर जमानिया विधानसभा के प्रवासी श्रमिकों के लिए सपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने 2 बसों की सौगात देकर प्रियंका गांधी के द्वारा बसों पर की गई सियासत को आईना दिखाया।
ओमप्रकाश सिंह ने प्रियंका गांधी पर की टिप्पणी
ओमप्रकाश सिंह ने प्रियंका गांधी पर टिप्पणी करते हुए साफ लहजे में कहा कि अगर मजदूरों के प्रति इतने ही सहानुभूति थी तो राजस्थान, महाराष्ट्र और पंजाब से जहां इनकी सरकार है वहां से मजदूर पलायन करने को मजबूर क्यों हैं, वहां के मजदूरों के लिए उन्होंने बस की सुविधा क्यों नहीं दी। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी एक दिन कुछ देर के लिए बाल वाल ठीक करके आती है और बोल के चली जाती हैं। तीन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, लेकिन इन राज्यों में प्रवासियों के लिए क्या सुविधा है।
बीजेपी सवा 100 करोड़ की जनता को मूर्ख बनाए हुए हैंः पूर्व मंत्री ओमप्रकाश
वहीं बीजेपी पर प्रहार करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि 6 साल से बीजेपी सवा 100 करोड़ की जनता को मूर्ख बनाए हुए है। ऐसे में अब प्रियंका गांधी भी एक नया शिगूफा लेकर चली है। इन प्रदेशों में प्रवासी मजदूरों का क्यों पलायन हो रहा है। मजदूरों को इन प्रदेशों में ही क्यों नहीं खिलाया जा रहा है। गुजरात में विपक्ष के रूप में कांग्रेस मजबूत है। अगर सत्ता पक्ष में दागदार है तो विपक्ष की भूमिका मजबूत होनी चाहिए। वहीं सपा की तारीफ करते हुए कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की पत्नी डिंपल यादव खुद सड़क पर उतर कर ऐसे प्रवासी मजदूरों को खुद खाना खिलाने का काम कर रही है।
श्रमिक स्पेशल ट्रेन से गाजीपुर लौट रहे प्रवासी मजदूरों को घरों तक छोड़वाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा रेलवे स्टेशन पर बसों की सुविधा मुहैया कराई है। ऐसे में सपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह अपने विधानसभा जमानिया के प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक छोड़वाने के लिए खुद बस लगवा रहे है, जिसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति भी लिए हुए है।