जिंदा ग्रामीणों के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर प्रधान और सचिव ने खाते से निकाले 30 हजार
punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2020 - 05:41 PM (IST)

झांसी: प्रदेश के मुखिया भले की करप्शन पर अंकुश लगाने की बात कर रहे हो, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। जिसका जीता-जागता उदाहरण बुंदेलखंड के झाँसी जिले के मऊरानीपुर तहसील से सामने आया है। यहां ग्रामीणों को सरकार द्वारा दी गयी आम आदमी बीमा योजना में प्रधान व सचिव ने मिलकर जिंदा लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया। हद तो तब हो गई जब बीमा की धनराशि निकालकर उसका बंदरबांट भी गुपचुप तरीके से कर लिया गया।
मामला सामने आने से मचा हड़कंप
बता दें कि मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम मगरवारा के ग्रामीणों को जब इसकी जानकारी हुई कि ग्राम प्रधान ने उनकी मृत्यु का प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। इसके अलावा बीमा योजना का पैसा भी निकाल लिया है, उन्होंने तत्काल तहसील प्रशासन को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उनके द्वारा ग्राम प्रधान को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2016 में कागज जमा किए गए थे। अब तक प्रधानमंत्री आवास तो नहीं मिला। उसके बदले ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर आम आदमी बीमा योजना के तहत मृत्यु उपरांत मिलने वाली धनराशि को निकाल जरूर लिया है। यहां लाभार्थियों की पत्नियों के माध्यम से सरकारी पैसा खाते में आने की बात कहते हुए 30 हजार रुपये निकाल लिए गए। जिसमें 10 हजार रुपये मृतक की पत्नी को देकर बाकी पैसा अपने पास रख लिया गया। ऐसा गांव के 6 लोगों के साथ हुआ है।
कैसे हुआ घटना का खुलासा?
वहीं घटना का खुलासा तब हुआ जब ग्राम के लेखपाल द्वारा ग्राम में जाकर जांच की गई। उन्हें पता चला कि उन्हें जिंदा होने के बाद भी मृत घोषित कर दिया। मगरवारा गांव के गोविन्ददास पुत्र जानकी प्रसाद, बालादिन पुत्र छिदामी अहिरवार और भगवत को मृत घोषित कर ग्राम के प्रधान ने मिलकर यह फर्जीवाड़ा किया है। खुद को मृत सुनकर पीड़ित तत्काल तहसीलदार कार्यालय पहुँचे। जहां तहसील को पत्र देकर जांच कर दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने की मांग की।
गोविंद दास ग्रामीण ने बताया कि ग्राम प्रधान काशीराम s/o तोलई ने मुछे मृत घोषित दिखाके के मेरी पत्नी को बहला-फुसलाकर खाते से 30 हजार निकाल लिए। वहीं मेरी पत्नी को 10 हजार देकर बाकी पैसा हजम कर लिया। इससे पहले भी आवास के नाम पर 20 हजार ले लिया है। यहां हम एसडीएम के पास न्याय के लिए पहुंचे हैं।
इस संबंध में एडीएम वित्त एवं राजस्व राम अक्षयवर चौहान ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जिस पर जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।