हिजाब पहनकर कॉलेज जाने पर प्रिंसिपल ने निकाला बाहर, वापस भेजकर बोला- अपने पेरेंट्स को लेकर आना
punjabkesari.in Tuesday, Aug 13, 2024 - 05:04 PM (IST)
Bijnor News: उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां की एक इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल ने स्कूल में हिजाब पहन कर आने वाली छात्राओं को स्कूल में असेंबली के बाद वापस घर भेज दिया। छात्राओं का आरोप है इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल उन्हें स्कूल में हिजाब पहन कर आने की अनुमति नहीं दे रहे हैं।
इस पूरे मामले में सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब तेजी से वायरल हो रहा है, वायरल वीडियो में कई छात्राएं सर पर कपड़ा बांधे स्कूल यूनिफॉर्म में नजर आ रही है, और वायरल वीडियो में कहती नजर आ रही है कि उनके स्कूल के प्रिंसिपल ने असेंबली के बाद उन्हें स्कूल से बाहर निकाल दिया। वायरल वीडियो में छात्राएं प्रिंसिपल पर आरोप लगा रही है कि हिजाब की वजह से स्कूल के प्रिंसिपल ने हमें स्कूल से बाहर निकाल दिया।
बिजनौर: हिजाब पहनकर स्कूल जाने वाली छात्राओं को स्कूल से बाहर निकालने का मामला सामने आया है। मामला थाना कोतवाली देहात के जनता इंटर कॉलेज महुआ का है। स्कूल में प्रार्थना के बाद प्रिंसिपल ने हिजाब पहनने वाली छात्राओं को घर भेज दिया।@bijnorpolice @Uppolice pic.twitter.com/raaSNlRXtY
— Punjab Kesari-UP/UK (@UPkesari) August 13, 2024
वहीं वायरल वीडियो में छात्र यह भी कहती नजर आ रही है कि स्कूल प्रिंसिपल ने हिजाब पहनने के लिए मना किया है और दो चोटी बना कर आने का आदेश दिया है, छात्रों का यह भी कहना है की प्रिंसिपल ने अपने परिजनों को स्कूल साथ लाने के लिए छात्रों को आदेश दिया है। इस पूरे मामले में आज तक ने डीआईओएस से बात की, उनका कहना है, यह पूरा मामला हमारे संज्ञान में है और हम इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। छात्राओं का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर अलग-अलग लोग अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
डीआईओएस
मीडिया के माध्यम से मुझे कल संज्ञान में आया है कि कहीं कोई फुटेज एक ऐसी वायरल कर दी है या शासन के संज्ञान में लाई है। कहीं बच्चों के साथ कोई नाइंसाफी हो रही है। ऐसा कुछ नहीं है। बच्चे सब हमारे बच्चे हैं और बच्चों को जो विद्यालय में समान पहनावा है उसके पहनावे के अनुसार आने के लिए प्रेरित किया जाता है और ऐसी शासन थी और सबकी अपेक्षाएं हैं। जैसा गार्जियनजायेंगे क्योंकि ये पहनावा भी समान गार्डन की अपेक्षा के अनुरूप होगा। गार्जियन सहयोग होगा तो आएँगे बच्चे अगर गार्डन ही नहीं चाहते तो हमें भी कोई।आपत्ति नहीं है। अगर उनका कहीं कोई विशेष मैटर है तो इसी आधार पर हमने कहा था कि सारे बच्चे एक पहना बेमाएं तो कुछ गार्डियन को आपत्ति थी, वो गार्जियन उससे मिले थे और जब उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे जैसे हम भेज रहे हैं वैसे आएँगे तो मुझे इस पर भी कोई आपत्ति नहीं है।