दलित की हत्या पर राजनीति: चंद्रशेखर आजाद बोले- ‘जो अधिकारी गरीब जनता के टैक्स से तनख्वा लेकर काम अमीरों का करते हैं वे सस्पेंड होने चाहिए’
punjabkesari.in Monday, Jan 06, 2025 - 11:05 PM (IST)
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद स्थित खतौली कोतवाली क्षेत्र के पलड़ी गांव में 6 दिन पूर्व एक दलित युवक सन्नी की पीट-पीटकर उस समय निर्मम हत्या कर दी गई थी जब वह अपने चचेरे भाई शीलू के साथ बाइक पर सवार होकर बाल कटवाने के बाद अपने घर लौट रहा था। हत्या का आरोप गांव के दबंग प्रधान रमेश के पुत्र अंकुर पर लगा था इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए हत्यारे युवक के प्रधान पिता रमेश को तो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन अब तक पुलिस उसके हत्यारे बेटे अंकुर और उसके साथियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है, जिसको लेकर अब इस मामले में राजनीति शुरू हो गई है।
जिसके चलते कल जहां कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार पलड़ी गांव में पीड़ित परिवार के बीच पहुंचे थे तो वहीं आज मृतक दलित युवक सन्नी की शोकसभा में नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद भी पहुँचे थे जहां उन्होंने अपनी संवेदना मर्तक के परिजनों को प्रकट करते हुए शोकसभा में पहुंचे लोगों को संबोधित भी किया। इस दौरान चंद्रशेखर आजाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यहाँ के लोगों ने पीड़ित परिवार के लिए एक करोड रुपए के मुआवजे और परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी की भी मांग की है। साथ ही चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रशासन ने 10 दिन का समय मांगा है इसलिए 10 दिन के अंदर अगर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो 11 दिन मुझे अपने लोग की आवाज उठाने के लिए आंदोलन करना पड़ेगा। इसके साथ ही चंद्रशेखर आजाद ने बिहार में छात्रों पर हुए लाठी चार्ट पर बोलते हुए कहा कि सरकार के आदेश पर पुलिस का यह रवैया शर्मनाक है। उन्होंने देश के प्रदेश के भविष्य पर लाठी चलाने का काम किया है।
चंद्रशेखर आजाद की माने तो, उनका कहना है कि मैंने इसे अपने कंधों को उठाया है जहां भी इसके साथ अन्याय होगा वहां हम लोग जाकर उसकी मदद करेंगे इसीलिए मैं इस परिवार के आंसू पोछने के लिए यहां आया हूं। लेकिन अभी तो मदद में बहुत कुछ है मेरी अधिकारियों से बात हुई है की जो दोषी हैं उन पर कार्रवाई हो उनकी गिरफ्तारी हो और इस परिवार को क्योंकि उत्तर प्रदेश में यह हो रहा है। उनका कहा है कि कई जगह जिन परिवारों के साथ अन्याय हुआ है जिनके कमाने वाले लोग गए हैं उनकी सरकार ने मदद की है तो इस परिवार के लिए पूरे समाज ने यहां के किसान समाज ने मेरे समाज ने यह मांग रखी है कम से कम इस परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए क्योंकि यह परिवार तभी अपने पैरों पर खड़ा रह पाएगा। इनका कमाने वाला व्यक्ति चला गया है यहां कुछ लापरवाह अधिकारी भी हैं जिन्होंने अपने पदों का दुरुपयोग किया जिन्होंने जनता में जो विश्वास है उसे कमजोर करने का काम किया है। पुलिस की छवि पर दाग लगाया ऐसे अधिकारी जो जनता से दूर व्यवहार करते हैं मैं यहां के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से यहां के जिला अधिकारी से और जो संबंधित अधिकारी हैं उनसे कहूंगा और मैं खुद वार्ता भी करूंगा कि ऐसे अधिकारियों को सस्पेंड करके और उनपर कार्रवाई करनी चाहिए विभागीय जो तनख्वाह तो जनता के टैक्स लेते हैं और काम अमीरों का करते हैं, जनता का काम नहीं करते ऐसे अधिकारियों पर उन्हें चिन्हित करके उन पर कार्रवाई की जाए।
उनका कहना है कि ऐसे कार्य शैली पर भी और उनका भविष्य में ऐसे चार्ज से भी रोकना चाहिए उनकी असल जगह जेल में है, उनको जेल में रखना चाहिए। अगर 10 दिन में जो की उपयुक्त है उन्होंने ही मांगा आपके सामने मैं तो नहीं मांगा जबरदस्ती तो नहीं की हम 7 से 10 दिन में गिरफ्तारी कर देंगे मैंने कहा 10 दिन तक आप गिरफ्तारी कर दो वरना 11 दिन अगर मुझे ऐसा लगा कि आप किसी के दबाव में यह कार्य आगे नहीं बढ़ा रहे हो तो फिर मुझे अपने लोगों की आवाज उठाने के लिए आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज यहां हजारों लोग पहुंचे थे यहां मुझे उम्मीद भी नहीं थी मुझे नहीं पता था कि इतनी बड़ी शोक सभा है क्योंकि यह सब लोग इसलिए पहुंचे क्योंकि 21 साल के नौजवान हत्या कर दी गई है।