सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करना प्रोफेसर को पड़ा भारी,  यूनिवर्सिटी ने कार्रवाई की दी अनुमति

punjabkesari.in Sunday, Jun 15, 2025 - 01:42 PM (IST)

लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रविकांत एक बार फिर विवादों में हैं। आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) पर उनकी हालिया टिप्पणी के बाद प्रशासनिक कार्रवाई की दिशा में तेज़ी देखी जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक पुराने मामले में कार्रवाई करते हुए शासन से अभियोजन की अनुमति मांगी है, जिसकी टाइमिंग को वर्तमान विवाद से जोड़ा जा रहा है।

न्यायालय में अभियोग चलाने की लखनऊ विश्वविद्यालय ने दी अनुमति
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विद्यानंद त्रिपाठी ने शनिवार को उच्च शिक्षा विभाग को पत्र भेजकर सूचित किया कि कार्यपरिषद की बैठक में प्रो. रविकांत पर न्यायालय में अभियोग चलाने की सहमति दी गई है।

फेसबुक पोस्ट को लेकर छात्र नेता ने दी थी तहरीर
हालांकि यह पत्र पहले से लंबित एक मामले को लेकर है, लेकिन प्रो. रविकांत की हालिया सोशल मीडिया पोस्ट के बाद मामला फिर सुर्खियों में आ गया है। शुक्रवार को प्रोफेसर द्वारा की गई फेसबुक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए छात्र नेता कार्तिक पांडे ने हसनगंज थाने में उनके खिलाफ तहरीर भी दी है।

ABVP और प्रोफेसर आमने-सामने
प्रोफेसर की टिप्पणी के जवाब में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की प्रदेश अध्यक्ष और नवयुग महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. मंजुला उपाध्याय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, "मातृशक्ति को त्रिशूल और तलवार की दीक्षा संघ आत्मरक्षा और स्वाभिमान के लिए देता है। दुष्टों से शील की रक्षा के लिए सती नहीं उसका अंत प्रेरणा है। प्रोफेसर का कुतर्क कुत्सित मानसिकता का प्रतिबिंब है।

सोनम और मुस्कान की करतूत को बताया था आरएसएस की उपज
प्रो. रविकांत ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि,"सोनम और मुस्कान जैसी लड़कियां आरएसएस वाली सोच की उपज हैं," जिसे लेकर विरोध बढ़ गया है। राजनीतिक माहौल में गर्मी बढ़ गई है और अब माना जा रहा है कि जल्द ही प्रोफेसर के खिलाफ FIR भी दर्ज हो सकती है। विश्वविद्यालय परिसर में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है और सभी निगाहें प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।

 


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Content Writer

Ramkesh

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