भारत का वुहान बन चुका है लखनऊ : कांग्रेस
punjabkesari.in Tuesday, Apr 20, 2021 - 06:27 PM (IST)
लखनऊ, 20 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस ने कोविड-19 संक्रमण के मामलों की बढ़ोतरी की गवाह बनी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की तुलना चीन के वुहान शहर से करते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की अक्षमता और अनुभवहीनता ने राज्य की जनता को घोर संकट में डाल दिया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने यहां एक बयान में आरोप लगाया "उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी से स्थितियां भयावहता की गम्भीरतम स्थिति तक पहुँच गयी हैं। राजधानी लखनऊ चीन का वुहान बन चुका है। यहाँ के अधिकांश मोहल्ले मौत के मातम में डूबे हुए हैं। सरकार और उसकी व्यवस्था पंगुता की शिकार है। उसकी अक्षमता और अनुभवहीनता ने प्रदेश की जनता को घोर संकट में डाल दिया है।" उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल किया "आखिर कोरोना वायरस से हो रही मौतों के लिये कौन जिम्मेदार है और संक्रमण से मौत के तांडव को रोकने की कोई स्पष्ट कार्ययोजना क्यों नहीं है? सरकार में अंशमात्र भी नैतिक बल हो तो संक्रमण के व्यापक फैलाव और मौतों की जिम्मेदारी स्वयं आगे आकर ले।" प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि राज्य में टीकाकरण अभियान सुस्त क्यों है? युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान की शुरुआत क्यों नहीं की गई? कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर की चेतावनी विभिन्न विषेज्ञों द्वारा पहले ही दी जा चुकी थी फिर इससे लड़ने के लिए आवश्यक प्रबन्ध क्यों नही किये गए, आखिर तथाकथित टीम 11 कर क्या रही थी? कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की भर्ती के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) की रेफरल पर्ची की अनिवार्यता पर सवाल उठाते हुए कहा कि मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने के बजाय लंबी प्रक्रिया में उलझा देना सर्वथा अनुचित और अमानवीय है। उन्होंने कहा कि यह बढ़ती मौतों का सबसे बड़ा कारण है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने यहां एक बयान में आरोप लगाया "उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी से स्थितियां भयावहता की गम्भीरतम स्थिति तक पहुँच गयी हैं। राजधानी लखनऊ चीन का वुहान बन चुका है। यहाँ के अधिकांश मोहल्ले मौत के मातम में डूबे हुए हैं। सरकार और उसकी व्यवस्था पंगुता की शिकार है। उसकी अक्षमता और अनुभवहीनता ने प्रदेश की जनता को घोर संकट में डाल दिया है।" उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल किया "आखिर कोरोना वायरस से हो रही मौतों के लिये कौन जिम्मेदार है और संक्रमण से मौत के तांडव को रोकने की कोई स्पष्ट कार्ययोजना क्यों नहीं है? सरकार में अंशमात्र भी नैतिक बल हो तो संक्रमण के व्यापक फैलाव और मौतों की जिम्मेदारी स्वयं आगे आकर ले।" प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि राज्य में टीकाकरण अभियान सुस्त क्यों है? युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान की शुरुआत क्यों नहीं की गई? कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर की चेतावनी विभिन्न विषेज्ञों द्वारा पहले ही दी जा चुकी थी फिर इससे लड़ने के लिए आवश्यक प्रबन्ध क्यों नही किये गए, आखिर तथाकथित टीम 11 कर क्या रही थी? कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की भर्ती के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) की रेफरल पर्ची की अनिवार्यता पर सवाल उठाते हुए कहा कि मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने के बजाय लंबी प्रक्रिया में उलझा देना सर्वथा अनुचित और अमानवीय है। उन्होंने कहा कि यह बढ़ती मौतों का सबसे बड़ा कारण है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।