बसपा 15 जनवरी के बाद अपनी डिजिटल प्रचार योजना को अंतिम रूप देगी : एस सी मिश्र

punjabkesari.in Wednesday, Jan 12, 2022 - 04:59 PM (IST)


लखनऊ, 12 जनवरी (भाषा)
बहुजन समाजवादी पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने बुधवार को कहा कि ऑनलाइन चुनाव प्रचार में उनकी पार्टी अन्य दलों से पीछे नहीं रहेगी और 15 जनवरी को चुनाव आयोग के कोविड महामारी के मद्देनजर दिए जाने वाले निर्देशों के बाद, वह अपनी डिजिटल प्रचार की योजना को अंतिम रूप देगी ।

कोविड महामारी के मद्देनजर चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में डिजिटल और वर्चुअल माध्यम से चुनाव प्रचार करने पर जोर दिया है और 15 जनवरी तक रैलियों तथा रोड शो पर रोक लगा दी है। आयोग के अनुसार, 15 जनवरी को रैलियों और रोड शो पर रोक की समीक्षा की जाएगी।

मिश्र ने बुधवार को पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा ‘‘ पार्टी फेसबुक लाइव और यू टयूब के जरिये लोगों से जुड़ रही है। विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में एलईडी स्क्रीन के जरिए भी पार्टी सुप्रीमो मायावती की रैलियों के सीधे प्रसारण की तैयारी है। मायावती की आवाज में वीडियो और ऑडियो संदेश भी आम लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि मायावती ने पार्टी सदस्यों को कोविड महामारी की वजह से बदली परिस्थितियों में चुनाव प्रचार के लिए सोशल मीडिया मंचों के उपयोग पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है।

बसपा महासचिव मिश्र ने बताया ‘‘हम 15 जनवरी को कोविड महामारी के मद्देनजर चुनाव आयोग द्वारा दिए जाने वाले अगले फैसले का इंतजार कर रहे हैं । इसके बाद डिजिटल प्रचार अभियान की योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। वैसे अभी भी हम डिजिटल रूप से प्रचार प्रसार कर रहे हैं ।'''' उन्होंने कहा कि पार्टी राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में डिजिटल और वर्चुअल माध्यम से चुनाव प्रचार में किसी से पीछे नहीं रहेगी।

यह पूछे जाने पर कि क्या मतदाताओं तक, खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में मायावती का संदेश पहुंचाने में डिजिटल माध्यम कारगर होगा तो उन्होंने कहा ‘‘आज गांव गांव और घर घर में मोबाइल फोन हैं और लोग बसपा नेता मायावती को सुनने के लिए आतुर रहते हैं।’’मायावती के टि्वटर पर करीब 23 लाख फालोअर हैं । बसपा महासचिव सतीश मिश्र के करीब 41 हजार फालोअर है जबकि मायावती के भतीजे आकाश आनंद के करीब 52 हजार फालोअर हैं । बसपा प्रवक्ता धरमवीर चौधरी ने कहा कि पार्टी प्रमुख मायावती ने लखनऊ में हाल ही में संगठन नेताओं की एक बैठक की थी और उन्हें विभिन्न सोशल मीडिया मंचों से चुनाव प्रचार करने के निर्देश दिए थे।

उन्होंने कहा ‘‘बसपा के बूथ स्तर के हजारों व्हाट्सऐप ग्रुप है जिन्हें जिला स्तर के विभिन्न व्हाट्सऐप ग्रुप से जोड़ा जा रहा है। मैं ऐसे 250 ग्रुप से जुड़ा हूं। एक संदेश पलक झपकते ही हजारों लोगों तक पहुंच जाता है।’’शुरुआती चुनाव सर्वेक्षणों में दावा किया गया है कि बसपा ‘‘सत्ता की दौड़ से बाहर’’ है। मायावती ने इन्हें खारिज करते हुए कहा है कि 2007 में भी ऐसे ही अनुमान जताए गए थे लेकिन उनकी पार्टी ने सरकार बनाई थी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीख का ऐलान हो चुका है। उप्र में 10 फरवरी से सात चरण में चुनाव होंगे और परिणाम 10 मार्च को घोषित होंगे।

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PTI News Agency

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