ओमप्रकाश राजभर बोले- 'किसी भी परीक्षा में सरकारी स्कूल का बच्चा फेल और प्राइवेट स्कूल का बच्चा पास होता है यह अंतर क्यों'?

punjabkesari.in Monday, Oct 17, 2022 - 01:17 PM (IST)

गाजीपुरः ओमप्रकाश राजभर और उनकी पार्टी के द्वारा इन दिनों प्रदेश ही नहीं पड़ोसी प्रदेश बिहार को भी अपनी सावधान यात्रा से सावधान करने का काम किया जा रहा है। वही आज गाजीपुर के औड़िहार में अपने एक पुराने परिचित के यहां मिलने के लिए अचानक से पहुंचे ओमप्रकाश राजभर से जब मीडिया ने बातचीत की तो उन्होंने मीडिया के सवालों का बड़े ही बेबाकी से जवाब दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल का बच्चा फेल और प्राइवेट स्कूल का बच्चा पास होता है, यह अंतर क्यों ?
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बता दें कि अनिल राजभर के द्वारा लगातार ओमप्रकाश राजभर मीडिया के मनोरंजन के साधन की बात कही जा रही है। इस के सवाल पर उन्होंने कहा कि, जितना बेचारे को ज्ञान है उतना ही ना बोलेगा, लोडर मालिक नहीं हो सकता लोडर और मालिक में बहुत अंतर है। अभी उसी के घर के सामने 10,000 से अधिक लोग जुटे थे, जो लोग जुटे थे सोशल मीडिया पर देख लीजिएगा। वहीं, उन्होंने आगे कहा कि जो लोग उनके घर के बाहर जुटे थे। वह मनोरंजन का साधन है या वह अपने हक के लिए तैयार हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब सदन चलता है, ओमप्रकाश राजभर उनके हक के लिए लड़ता है। चाहे छात्रवृत्ति के सवाल पर बोले या सामाजिक न्याय समिति के सवाल पर बोले चाहे किसी भी मुद्दे पर बोलता हूं तब तो जुबान बंद हो जाती है बाहर आकर खूब बोलते हैं।
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बिहार की नीतीश सरकार पर बोले राजभर
वहीं, नीतीश कुमार के द्वारा पिछले दिनों फूलपुर से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कहीं कोई असर नहीं है। चुनाव लड़ने लड़ाने से समाजवादी पार्टी ने देश में इतनी नफरत पैदा कर दी है कि नाराजगी होगी तो मनाया जा सकता है, लेकिन समाजवादी पार्टी ने इतनी नफरत पैदा कर दी है। साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार से अभी होकर आ रहा हूं, बिहार में नीतीश सरकार ने इतनी नफरत पैदा कर दी है इसीलिए तो भागकर फूलपुर आ रहे हैं।

'काशीराम हजारों लोगों को नेता बनाकर गए हैं'
ओमप्रकाश राजभर ने सावधान यात्रा को लेकर कहा कि जब मान्यवर कांशीराम निकले थे, तब भी लोग यही भाषा बोल रहे थे  कि कांशीराम जी आए हैं। इनसे कुछ होने वाला नहीं है, लेकिन काशीराम ने हजारों लोगों को नेता बना कर गए है और करोड़ों लोगों ने राजनीतिक चेतना जगाकर गए है। उन्होंने आगे कहा कि हम सावधान यात्रा के माध्यम से लोगों को समझा रहे हैं कि देश में एक समान फ्री शिक्षा योजना होनी चाहिए। वहीं, जब संविधान, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति एक है, तो शिक्षा दो तरह की क्यों? आमिर का बेटा और गरीब का बेटा अलग-अलग क्यों पढेगा

सरकारी स्कूल और प्राइवेट स्कूल के बारे में यह बोले राजभर
वहीं, सरकारी स्कूल और प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाला बच्चा जब नौकरी के लिए फार्म भरता है तो उनके लिए पेपर एक आता है। जिसमें सरकारी स्कूल वाला फेल हो जाता है और प्राइवेट स्कूल वाला पास हो जाता है। यही बात हम लोगों के बीच में जाकर बता रहे हैं। सब लोग इस लड़ाई को लड़ने के लिए तैयार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई चरम पर है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इसलिए हम लोगों और पार्टी ने तय किया है कि मोबाइल और अन्य सामानों के बनाने के 100 विषय बने और हर छात्र को पढ़ना अनिवार्य कर दिया जाए तो देश में इस तरह छात्रों को रोजगार मिलना शुरू हो जाएगा।

'जनसमर्थन ही सरकार बनाता और बिगड़ता है'
राजभर ने कहा कि आज देश में अमीरों द्वारा लिया गया लाखों करोड़ों रुपयों कर्जा माफ हो रहा है, लेकिन जब गरीब बिजली का बिल नहीं जमा कर पाता तो उसकी बिजली काट दी जाती है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम लोगों का मानना है कि देश में घरेलू बिजली का बिल माफ होना चाहिए। इन सभी कामों के लिए हंड्रेड परसेंट लोग तैयार हैं। इतना ही नहीं जातिवार जनगणना के लिए भी लोग तैयार हैं। इसके साथ ही हम मीटिंग पूर्वांचल के अलावा अन्य हिस्सों में भी कर रहे हैं तो हमें समर्थन मिल रहा है। वहीं, उन्होंने कहा कि हमनें बिहार के दर्जनों जिलों में मीटिंग की हैं। जिसमें उन्हें जैसे पूर्वांचल की मीटिंग में समर्थन मिल रहा है, वैसे ही बिहार के मीटिंग में भी समर्थन मिल रहा है। आखिर में राजभर कहा कि हमें लोगों का जनसमर्थन मिल रहा है। यह समर्थन सरकार बनाता और बिगड़ता है।


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Content Editor

Harman Kaur

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